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धड़ल्ले से हो रहा मिलावटी दूध का कारोबार, हर दिन मारे जाने चाहिए छापे ​​​​​​​

कई क्षेत्रों में इन दिनों मिलावटी दूध का कारोबार जोरों से फल फूल रहा है। हर दिन इसके लिए छापेमारी की जरूरत है। लेकिन संबंधित विभाग के जिम्मेदार चुप्पी साधे हुए हैं।
 

 प्रतिदिन बेचा जा रहा सिंथेटिक दूध

स्वास्थ्य पर पड़ रहा असर

गर्मी के मौसम में बढ़ गई दूध की मांग

कारोबारियों की चांदी

सिंथेटिक दूध के लगातार सेवन से किडनी खराब होने का खतरा

 

चंदौली जिले के कई क्षेत्रों में इन दिनों मिलावटी दूध का कारोबार जोरों से फल फूल रहा है। हर दिन इसके लिए छापेमारी की जरूरत है। लेकिन संबंधित विभाग के जिम्मेदार चुप्पी साधे हुए हैं। ऊंचे दामों पर सिंथेटिक व मिलावटी दूध प्रतिदिन सैकड़ों लीटर बाजारों में उपभोक्ताओं को धड़ल्ले से बेचा जा रहा है।


आपको बता दें कि गर्मी का मौसम होने के कारण दूध की मांग बढ़ जैयै करती है, लेकिन बाजार व आसपास क्षेत्र में रहने वाले लोगों को दूध के नाम पर मीठा जहर बेचा जा रहा है। वहीं घर-घर में पाउडर व रिफाइंड से तैयार दूध सप्लाई की जा रही है। मिलावटी दूध के कारोबार से आमजन की सेहत का खतरा बढ़ रहा है। आरोप है कि नकली दूध का जांच नही की जा रही है। बावजूद इसके खाद्य अधिकारी इस और ठोस कार्रवाई भी नहीं कर रहे हैं। जिससे आमजन की जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है। अगर जल्दी ही स्थानीय प्रशासन ने इससे रोकने के लिए ठोस कदम नहीं उठाया गया तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। 


इस संबंध में चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि सिंथेटिक दूध लगातार पीने से किडनी पर प्रभाव पड़ता है। इसके लगातार सेवन से किडनी खराब भी हो सकती है और कई पेट संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।


इस बारे में खाद्य सुरक्षा अधिकारी नेहा त्रिपाठी ने बताया कि यह अत्यंत ही गभीर मामला है। इसके लिए अभियान चलाकर जांच की जाएगी। दूध में मिलावट पायी गयी तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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