चंदौली में स्वदेशी मेला 2025 का भव्य शुभारंभ, स्थानीय उत्पादकों को मिला नया मंच
चंदौली में दस दिवसीय स्वदेशी मेला 2025 का शुभारंभ
रामनगर इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ने मेले का अवलोकन किया
महिलाओं द्वारा निर्मित स्वयं सहायता समूह उत्पादों को बढ़ावा
चंदौली जिले में मुख्यालय स्थित राधाकृष्ण मैरीज लान में दस दिवसीय स्वदेशी मेला 2025 चल रहा है। लगातार दूसरे और तीसरे दिन भी मेले में जिले के नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और विभिन्न स्टालों से स्थानीय उत्पाद खरीदे। इस अवसर पर एक जनपद-एक उत्पाद वित्त पोषण सहायता योजना और विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत दर्जी ट्रेड में 25 लाभार्थियों को टूल किट वितरित की गई।

रामनगर इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष डी.एस. मिश्रा और अन्य उद्यमियों ने मेले का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि यह मेला स्थानीय उत्पादकों के लिए आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को सशक्त बनाने का अवसर है। मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए, जिनमें लोकगीत और डी.बी.एस स्कूल के बच्चों द्वारा प्रस्तुत नृत्य और गीतों ने दर्शकों का मन मोह लिया।

उपायुक्त उद्योग सिद्धार्थ यादव ने बताया कि मेले में कुल 40 स्वदेशी स्टाल लगाए गए हैं। इनमें शामिल हैं: जरी-जरदोजी वस्त्र, काला चावल (ओ.डी.ओ.पी.), स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित महिला उत्पाद, खादी और रेशम वस्त्र, हथकरघा उत्पाद, मखाना उत्पाद और अन्य। स्टालों पर विभागीय योजनाओं की जानकारी भी उपलब्ध कराई गई, जिससे आम नागरिकों को सरकारी योजनाओं और स्थानीय उत्पादों के बारे में जागरूकता बढ़ाने का अवसर मिला।

मेला आयोजकों का कहना है कि यह आयोजन न केवल कारीगरों और उद्यमियों को आर्थिक लाभ और पहचान देगा, बल्कि आम जनता को भी दीपावली और दैनिक जीवन में स्वदेशी उत्पादों का उपयोग करने के लिए प्रेरित करेगा। इस प्रकार, स्वदेशी मेला 2025 ने स्थानीय उद्योग और हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के साथ-साथ लोगों में स्वदेशी उत्पादों के प्रति उत्साह बढ़ाया।

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