पुराने व जर्जर स्कूलों में न हो पढ़ाई, ऐसे भवनों को ध्वस्त कराने की हो कार्रवाई
चिन्हित जर्जर भवन को सील कर लगानी है नोटिस
जर्जर स्कूलों के बाहर लगाएं नोटिस
स्कूलों के रास्ते व बाउंड्री की समस्या करें दूर
चंदौली जिले के जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे के द्वारा आज बेसिक शिक्षा एवं मध्यमिक शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित करके कलेक्ट्रेट सभागार में समीक्षा की। साथ ही साथ जिले के सभी पुराने व जीर्णशीर्ण भवनों को चिन्हित करके उनको उपयोग में न लाने के निर्देश दिए।
बैठक के दौरान प्रोजेक्ट अलंकार योजना अंतर्गत राजकीय मध्यमिक विद्यालयों में मूलभूत सुविधाओं एवं निर्माणाधीन विकास कार्य को पूरी तरह से मानक के अनुसार निर्माण कार्य कराए जाने के निर्देश कार्यदाई संस्था को दिया। उन्होंने कड़े निर्देश देते हुए कहा कि जर्जर हालत के भवनों में किसी भी तरह का उपयोग नहीं होना चाहिए। पूरी तरह सील करते हुए ध्वस्तीकरण का कार्य सुनिश्चित किया जाय। जर्जर भवन के सामने मोटे अक्षरों में लिखवाया जाए की भवन जर्जर है इसका उपयोग न किया जाय।
जिन विद्यालयों में बाउंड्री वाल नही है या क्षतिग्रस्त हो गया है, उसकी कार्य योजना बनाकर बाउंड्री वॉल का कार्य तीव्रता से पूर्ण कराया जाए। विद्यालय तक पहुंचाने के लिए मार्ग होना बेहद जरूरी है, यदि जनपद में कहीं ऐसे मार्ग हैं तो वहां पर संबंधित विभाग आवश्यक कार्रवाई करते हुए रास्ता का निर्माण सुनिश्चित करें।
बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी एस एन श्रीवास्तव, अपर जिलाधिकारी वित्त व राजस्व अभय कुमार पांडेय, उपजिलाधिकारी सदर, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सहित संबंधित कार्यदाई संस्था एवं प्रधानाचार्य गण उपस्थित रहे।
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