मुख्यमंत्री बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना में घोटाला, सीएम पोर्टल पर भी हुयी शिकायत
उपजिलाधिकारी ने तहसीलादार को दी जांच
पशु चिकित्सक ने चारे की रकम में की हेराफेरी
अपनी पत्नी और बेटी के खाते में भेज दिया लाभार्थी बनाकर पैसा
पशु चिकित्सक पंकज की होगी जांच
चंदौली जिले के नौगढ इलाके में मुख्यमंत्री बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना में लूटपाट का बड़ा मामला प्रकाश में आया है। पशु चिकित्सक ने गोवंश पशुपालकों को उनके खाते में भेजे जाने वाली रकम को योजना का लाभार्थी बनाकर अपनी पत्नी और नाबालिग बेटी के खाते में जमा किया है। इस मामले में शिकायत के बाद भांडाफोड़ हो गया है।
सीएम पोर्टल पर हुयी शिकायत के बाद मामले में एसडीएम आलोक कुमार ने मामले की जांच बैठा दी है। उन्होंने तहसीलदार को मामले की जांच कर तीन दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है।
आपको बता दें कि प्रदेश सरकार ने बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना चलाई है। इस योजना के तहत यदि कोई व्यक्ति गाय पलता है, तो उसे प्रतिदिन के हिसाब से ₹50 यानी एक माह में ₹1500 चारे के लिए देने की घोषणा की गई है।
पोर्टल पर की गयी शिकायत के अनुसार पशु चिकित्सालय नौगढ़ के चिकित्सक ने गांव के प्रधान और पंचायत सचिव के प्रस्ताव पर विकास खंड नौगढ़ 173 लाभार्थियों को इस योजना का लाभ दिया है। पशु चिकित्सक डॉ पंकज ने सुनियोजित तरीके से अपनी पत्नी सुजीता और नाबालिग बेटी अनन्या को भी योजना का लाभार्थी बनाकर उनके खाते में रकम भेज दिया है। शनिवार को जब लोगों ने समाधान दिवस में इसकी शिकायत एसडीएम से किया तो उन्होंने मामले की जांच पड़ताल के लिए तहसीलदार राहुल सिंह को निर्देशित करते हुए 3 दिनों के अंदर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है।
चंदौली समाचार को जानकारी देते हुए एसडीएम आलोक कुमार ने कहा कि पशु चिकित्सक के विरुद्ध सहभागिता योजना में अपनी पत्नी और नाबालिग बेटी को लाभ दिए जाने का शिकायती पत्र प्राप्त हुआ है। मामले की जांच तहसीलदार कर रहे हैं। सत्यता पाए जाने पर कार्रवाई होनी तय है।
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