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380 मुगलसराय विधानसभा : डॉ. नारायण मूर्ति ओझा : ये हैं विधायक बनने के दावेदार

चंदौली जिले में अलग अलग राजनीतिक दलों के राजनेता अपने चुनावी तैयारियों को तेज करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं।
 

जानिए कैसी है मुगलसराय विधानसभा

कौन से काम को प्राथमिकता देंगे मुन्ना ओझा

राजनीति में आने का क्या है उद्देश्य

चंदौली जिले में अलग अलग राजनीतिक दलों के राजनेता अपने चुनावी तैयारियों को तेज करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। फिलहाल हर दल के राजनेता अपनी-अपनी पसंदीदा विधानसभा में चुनावी तैयारियां शुरू करने के लिए बैनर-पोस्टर और होर्डिंग के साथ-साथ छोटे बड़े कार्यक्रमों के आयोजन भी कर रहे हैं और अपने आप को उस विधानसभा का भावी विधायक के रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं। साथ ही साथ यह जताने की कोशिश कर रहे हैं कि उससे बेहतर नेता कोई और हो नहीं सकता है।

Dr Narayan Murti Ojha

 चंदौली समाचार ऐसे ही राजनेताओं पर एक सीरीज शुरू करने जा रहा है, जिसमें आप को नियमित रूप से हर विधानसभा में विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रहे राजनेताओं के बारे में जानने का मौका मिलेगा। साथ ही साथ आप उनकी सोच और उनके कार्यक्रम के बारे में भी जान सकेंगे।

 आपको चंदौली समाचार राजनेता के बारे में हर एक अपडेट और नेताजी की खास बातों को भी बताने की कोशिश करेगा, जिसे आप अभी तक नहीं जानते होंगे। ऐसे ही राजनेताओं में से एक राजनेता कांग्रेस पार्टी के डॉक्टर नारायण मूर्ति ओझा उर्फ मुन्ना ओझा हैं, जो चंदौली जिले की 380 मुगलसराय विधानसभा सीट से कांग्रेस पार्टी के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ने और विधानसभा में जाने का सपना पाले हुए हैं।

चंदौली समाचार में हम आपको डॉक्टर नारायण मूर्ति ओझा के साथ हुई खास बातचीत को प्रस्तुत कर रहे हैं.....

कैसे बढ़ा राजनीतिक रुझान

 डॉक्टर नारायण मूर्ति ओझा चंदौली जनपद के खुरुहुजा गांव के रहने वाले हैं और उनका परिवार पिछली तीन पीढ़ियों से कांग्रेस पार्टी के संपर्क में है और वह कांग्रेस पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में काम करते हुए अबकी बार मुगलसराय विधानसभा सीट से दावेदारी प्रस्तुत कर रहे हैं। नारायणमूर्ति ओझा के पिता पं. शिवमूर्ति ओझा सकलडीहा इंटर कॉलेज में संस्कृत के प्रवक्ता थे और उन्हें पंडित कमलापति त्रिपाठी का काफी करीबी माना जाता था। अपने पिता के साथ मिले सानिध्य और कांग्रेसी पारिवारिक पृष्ठभूमि के कारण शुरू से ही इनकी राजनीति में दिलचस्पी रही। 

Dr Narayan Murti Ojha

डॉक्टर नारायण मूर्ति ओझा बताते हैं कि इंटरमीडिएट की पढ़ाई के दौरान जब वह अपने पिता के साथ सकलडीहा इंटर कॉलेज में गए तो वहां की राजनीति में उनकी दिलचस्पी बढ़ी और धीरे-धीरे छात्र राजनीति में सक्रिय होने लगे। इतना ही नहीं वह अपने पिता के साथ अक्सर बनारस, दिल्ली और लखनऊ के दौरे पर जाते थे। इस दौरान उनके पिता पार्टी के बड़े-बड़े राजनेताओं से मिलते थे, तो वह भी उनके साथ होते थे। राजनेताओं से मुलाकात और उनकी बातों से प्रभावित होकर धीरे-धीरे उनकी राजनीति में दिलचस्पी बढ़ती गई। जब उन्होंने काशी विद्यापीठ से अपनी स्नातक और परास्नातक की डिग्री हासिल की तो इस दौरान वह काशी विद्यापीठ की राजनीति में भी काफी सक्रिय रहे।


कभी नहीं लड़े छात्रसंघ का चुनाव


 डॉक्टर नारायण मूर्ति ओझा बताते हैं कि वह पिता की बात मानकर भले ही एक बार भी छात्रसंघ का चुनाव नहीं लड़े. लेकिन कांग्रेस के पैनल में उन्होंने कई छात्र नेताओं को अध्यक्ष सहित तमाम पदों पर विजेता बनाने में मदद की। उसके बाद वह कांग्रेस पार्टी के जिले और प्रदेश के विभिन्न पदों पर रहे। तब से उनकी राजनीतिक कार्यक्रमों में भागीदारी बढ़ती गयी है।


कुछ यादगार काम करने की भावना


 चंदौली जनपद के निर्माण के बाद वह चंदौली जनपद में लगभग 9 साल तक प्रवक्ता और उसके बाद महासचिव के पद पर तैनात किए गए। अब वह जिला उपाध्यक्ष प्रशासन संगठन के रूप में काम कर रहे हैं और राजनीति में अपना योगदान देते हुए चंदौली जिले की जनता के लिए कुछ ऐसा काम करने की इच्छा रखते हैं, जिसको वह उनके बाद भी याद करती रहे।


चंदौली का हृदय है मुगलसराय विधानसभा


 मुगलसराय विधानसभा से चुनाव की दावेदारी करने वाले डॉक्टर नारायण मूर्ति ओझा का कहना है कि मुगलसराय विधानसभा चंदौली जिले की सबसे महत्वपूर्ण विधानसभा है। एक तरह से इसे चंदौली जिले का हृदय कहा जाता है, लेकिन यहां पर समस्याओं का अंबार है। औद्योगिक केंद्र होने के बावजूद भी वहां पर तमाम तरह की समस्याएं हैं, जिनको ना तो भारतीय जनता पार्टी की सरकार दूर कर पाई और ना ही इससे पहले बनी सपा और बसपा की सरकार। मुगलसराय विधानसभा से जो भी राजनेता चुनकर विधानसभा में गया.. वह फेल साबित हुआ। इसीलिए अबकी बार मुगलसराय की जनता एक बड़ा परिवर्तन करना चाहती है, ताकि व मुगलसराय की तमाम मूलभूत समस्याओं का समाधान हो सके।


ये हैं मुगलसराय की 5 बड़ी समस्याएं


 नारायणमूर्ति ओझा ने कहा कि मुगलसराय विधानसभा में इतनी समस्याएं हैं कि आप उनको गिनाते गिनाते थक जाएंगे, लेकिन समस्याएं खत्म नहीं होंगी। फिर भी मुगलसराय की पांच बड़ी समस्याओं में देखा जाए तो मुगलसराय में लगने वाला जाम, मुगलसराय की सब्जी मंडी की समस्या, चंदासी कोयला मंडी की समस्या, औद्योगिक इकाइयों और उसके आसपास के क्षेत्रों में विकास संबंधी समस्या, मुगलसराय इलाके में किसी बड़े उद्योग का ना होना, आदर्श नगर पालिका होने के बावजूद यहां पर तमाम तरह की समस्याओं का बरकरार रहना शामिल है। इस पर कभी भी किसी राजनेता का ध्यान नहीं जाता। वह केवल चुनाव के समय इन मुद्दों की चर्चा करते हैं और उसके बाद भूल जाते हैं।


कांग्रेस का टिकट मिलने का यकीन


डॉ. नारायण मूर्ति ओझा ने कहा कि वह 30-32 सालों से कांग्रेस की सेवा कर रहे हैं। अगर ऐसे में कांग्रेस पार्टी उनके ऊपर भरोसा करती है और उनको टिकट मिलता है तो वह दिखा देगें कि वह सेवा की परंपरा के लोग हैं। वह पंडित कमलापति त्रिपाठी के रास्ते पर चलकर जनसेवा करना चाहते हैं। वह उनके जैसा तो नहीं, लेकिन उनके द्वारा किए गए कार्यों को सजाने संवारने के साथ-साथ कुछ ऐसा कार्य करना चाहते हैं, जिससे आने वाली पीढ़ी याद रखें और जनता भी उसकी सराहना करें। 

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इन 5 बड़ें कामों को करने की प्राथमिकता


 नारायणमूर्ति ओझा ने कहा कि अगर वह विधायक बनते हैं तो वह सबसे बड़ा काम स्वास्थ्य के रूप में करना चाहेंगे और कोशिश करेंगे कि चंदौली जनपद और उनकी विधानसभा के लोगों को बेहतर इलाज के लिए बनारस में न जाना पड़े। मुगलसराय विधानसभा में जो भी स्वास्थ्य सुविधाएं हैं, उनको इस कदर विकसित करने का काम कराया जाएगा कि हर गरीब और आम इंसान को मुगलसराय के अंदर बेहतरीन स्वास्थ सुविधा मिल जाए। दूसरा काम वह सिंचाई व्यवस्था को सुदृढ़ करने का करना चाहते हैं, क्योंकि चंदौली जनपद के सभी प्रधान जनपद है और यहां पर अक्सर किसान सिंचाई और खेती बारी से संबंधित समस्याओं से रूबरू होते हैं।

तीसरी समस्या वह चंदासी कोयला मंडी की दूर करने की कोशिश करेंगे। उसके लिए वह दुल्हीपुर से लेकर मुगलसराय तक एक बेहतरीन फ्लाईओवर बनवाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार पर दबाव डालने और पैरवी करने की कोशिश करेंगे, ताकि इस समस्या का स्थाई समाधान निकाला जा सके। चौथा कार्य उन्होंने कहा कि मुगलसराय में रोजगारपरक इकाईयों की स्थापना करके लोगों को रोजगार से जोड़ना होगा। क्योंकि चंदौली के पढ़े-लिखे लोग छोटी-मोटी नौकरी के चक्कर में बनारस या आसपास के अन्य शहरों में चले जाते हैं।

वह प्रतिदिन सैकड़ों किलोमीटर की यात्रा करते हैं और अपने घर देर रात तक पहुंचते हैं। ऐसे में उनकी कोशिश होगी कि अपने इलाके इनको रोजगार मुहैया कराया जा सके या ऐसी ट्रेनिंग दी जा सके जिससे वह अपने आस-पास में कोई बेहतरीन रोजगार का काम कर सकें। साथ ही साथ पांचवा काम गिनाते हुए नारायणमूर्ति ओझा ने कहा कि वह मुगलसराय नगर पालिका के साथ-साथ चंदौली नगर पंचायत को आदर्श श्रेणी में न सिर्फ घोषित कराने का काम करेंगे, बल्कि वहां ऐसी सुविधाओं की व्यवस्था करेंगे, ताकि जनता को आदर्श लगे। अब तक की सरकारों ने केवल इसे आदर्श बनाकर पैसे दिए हैं, लेकिन उन पैसों का क्या हुआ और उसका कितना लाभ आम जनता को हो रहा है यह देखने वाला कोई नहीं है।


अगर टिकट कटा तो...


डॉक्टर नारायण मूर्ति ओझा ने कहा कि अगर टिकट नहीं मिला तो भी वह पहले की तरह कांग्रेस पार्टी की सेवा करते रहेंगे। लगभग 30 साल से अधिक का समय कांग्रेस पार्टी को देने के बाद वह कहीं और जाने का सोच भी नहीं सकते। तीन पीढ़ियों से उनका परिवार कांग्रेस पार्टी की सेवा कर रहा है और आगे भी करता रहेगा, लेकिन उन्हें पूरी तरह से उम्मीद है कि अबकी बार कांग्रेस पार्टी उनकी दावेदारी को दरकिनार नहीं करेगी और अगर उन्हें मौका देती है तो वह कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों में खरे उतरेंगे। 


कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से अपील


नारायण मूर्ति ओझा ने कांग्रेस पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा कि पार्टी के लोगों को अबकी बार प्रियंका गांधी जैसा जोशीली और ऊर्जावान नेता का साथ मिला है। ऐसे में सारे मतभेद भुलाकर जी जान से विधानसभा चुनाव की तैयारी करनी है, ताकि उत्तरप्रदेश में प्रियंका गांधी के नेतृत्व में 2022 का चुनाव लड़ा और जीता जा सके। इसके साथ ही साथ 2024 में देश में सरकार बनाने का रास्ता साफ किया जा सके।


चंदौली की जनता से अपील


 चंदौली समाचार से बातचीत के दौरान डॉ नारायण मूर्ति ओझा चंदौली जिले की जनता से अपील की कि चुनाव का समय जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है.. वैसे तमाम दलों के नेता जनता के पास जाकर अपनी बात कह रहे हैं। जनता को अब की बार चुनाव में वोट देने से पहले सबके काम को इमानदारी से तराजू पर तोलना चाहिए और जाति धर्म से इतर जाकर तुलना करनी चाहिए। अबकी बार चुनाव में जनता को चाहिए कि वह काम करने वाले राजनेता को चुने और ऐसे दल को अपना वोट दें जो उनके बारे बारे में सोचता हो और समाज को एकजुट करते हुए आगे ले जाने की बात कहता हो।

ओझा ने जनता को प्रियंका गांधी की प्रतिज्ञाओं को ध्यान में रखकर वोट करना चाहिए, ताकि पूरे समाज और परिवार को महंगाई, बेरोजगारी जैसी समस्याओं से बचाया जा सके।

 

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मीडिया से अपील


डॉक्टर नारायण मूर्ति ओझा ने मीडिया से भी अपील की और कहा कि मीडिया के साथी भी व्यक्तिगत तौर पर किसी न किसी दल या राजनेता के साथ जुड़े होते हैं, लेकिन मीडिया को ईमानदारी के साथ स्वच्छ, पारदर्शी, अन्यायपूर्ण तरीके से काम करते हुए निष्पक्ष खबरें प्रकाशित करनी चाहिए, ताकि जनता का भरोसा उनके ऊपर बना रहे। इस दौरान नारायणमूर्ति ओझा ने कुछ मीडिया संस्थानों पर भी सवाल उठाए और कहा कि आज देश की जो हालत है उसके लिए भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ मीडिया भी उतनी ही जिम्मेदार है, क्योंकि कुछ मीडिया संस्थान आजकल गोदी मीडिया में परिवर्तित हो गए हैं।

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