चंदौली जिले में आज भी ऐसे निजी विद्यालय है जो परहित कार्य करने से नही चूकते है। जिला मुख्यालय पर स्थित सन मरिनो एकेडमी भी उसी में से एक है ।जिसके द्वारा ऐतिहासिक फैसला लिया गया है। अब जिससे छात्रों की पढ़ाई की चिंता करने की आवश्यकता नही है। क्योंकि 2 साल से बंद विद्यालयों के कारण जो बच्चे शिक्षा से वंचित रह रहे हैं उनके लिए विद्यालय प्रशासन ने एक अहम फैसला लिया है।
बताते चले कि सन मरिनो एकेडमी मैनेजिंग डायरेक्टर वृजेश सिंह द्वारा विद्यालय के समस्त अभिभावकों की कोरोना महामारी के कारण हुए आर्थिक क्षति को देखते हुए अभिवावकों का सहायता करने की संकल्प लिया गया था । जिसे पूरा करने का जज्बा आज भी विद्यालय प्रशासन में है जिसका एक फैसला इस विषम परिस्थिति में भी लिया गया है।
जनपद के जो बच्चे अच्छी शिक्षा से वंचित हो रहे हैं उन्हें इस विद्यालय प्रशासन की तरफ से एक सुनहरा मौका प्रदान किया गया है कि 20 सितंबर तक विद्यालय में प्रवेश लेकर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं लेकिन विद्यालय प्रशासन की यह बाध्यता है कि शिक्षा से वंचित छात्र की संख्या केवल 100 हो सकती है जिसके लिए पहले आओ पहले पाओ का कंसेप्ट लागू होगा।
वही इस संबंध में विद्यालय के डायरेक्टर बृजेश सिंह द्वारा बताया गया कि यह व्यवस्था अभिभावकों की समस्या को देखते हुए रखा गया है ताकि दुर्बल वर्ग के अभिभावक भी अपने बच्चों को भी अच्छी शिक्षा दे सके। लॉकडाउन के बाद विद्यालय के सभी कक्षाओं में सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण पालन कराया जाएगा।
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