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सदर नगर पंचायत में बननी है कान्हा गोशाला, जानिए कौन डाल रहा है रोड़ा

 गौशाला के निर्माण के लिए कांशी राम आवास के समीप एक बीघा जमीन का चिन्हांकन नगर प्रशासन की ओर से कर लिया गया, लेकिन टेंडर नहीं होने के कारण निर्माण की कार्रवाई आगे नहीं बढ़ पा रही है।
 

1.65 करोड़ की लागत से होना है कान्हा गोशाला का होगा निर्माण

82 लाख रुपये की धनराशि अवमुक्त

टेंडर के खेल में उलझा है काम

चंदौली जिले मे शासन के निर्देश पर सदर नगर पंचायत में 1.65 करोड़ की लागत से कान्हा गोशाला का निर्माण कराया जाना है। इसके लिए 82 लाख रुपये की धनराशि अवमुक्त कर दी गई है। गौशाला में गोवंश को चारा, पानी आदि की सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। गोशाला के निर्माण के लिए एक बीघा जमीन भी चिन्हित कर ली गई है, लेकिन निर्माण प्रक्रिया टेंडर में उलझी हुई है। टेंडर होने के बाद ही निर्माण कार्य आरंभ हो पाएगा।

दरअसल वर्तमान में जिले में 24 गोवंश आश्रय स्थलों में 3081 बेसहारा पशु संरक्षित किए गए हैं। इनमें 17 आश्वय स्थल क्रियाशील हैं। दो स्थायी व 15 अस्थायी हैं। अक्रियाशील स्थल की संख्या पांच है। दो निजी गोशाला पंजीकृत हैं। विभाग की ओर से सभी गोवंश आश्रय स्थलों में भूसा, चारा आदि की व्यवस्था की गई है, लेकिन पशुओं की संख्या अधिक व जमीन की कमी के कारण उनका समुचित संरक्षण नहीं हो पाता है। ऐसे में शासन ने गोवंश के बेहतर संरक्षण के लिए जनपद में दो कान्हा गौशाला का निर्माण कराए जाने का निर्देश दिया है, ताकि बड़ी संख्या में गोवंश का संरक्षण किया जा सके। साथ ही दस और गोशालाओं का निर्माण कराया जाना है। वहीं कैटिल कैचर की व्यवस्था की जानी है, ताकि बेसहारा पशुओं को पकड़कर आश्रय स्थलों पहुंचाया जा सके।

 गौशाला के निर्माण के लिए कांशी राम आवास के समीप एक बीघा जमीन का चिन्हांकन नगर प्रशासन की ओर से कर लिया गया, लेकिन टेंडर नहीं होने के कारण निर्माण की कार्रवाई आगे नहीं बढ़ पा रही है।

 बीते जुलाई माह में जिले के दौरे पर आए दुग्ध विकास, मत्स्य व पशुधन विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव डा रजनीश दुबे ने निकायों के साथ ही जिले में दस अस्थाई गौशाला व दो कान्हा गौशाला का निर्माण कराने का निर्देश दिया था, ताकि गोवंश का संरक्षण किया जा सके।

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