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हेड मुहर्रिर को पहले सड़क पर फिर पुलिस चौकी में बैठाकर पिटाई, वीडियो हुआ वायरल

चंदौली जिले की सदर कोतवाली क्षेत्र में स्थित कस्बा पुलिस चौकी के सामने उस समय हड़कंप मच गया जब चालान काटने को लेकर सिपाही व दरोगा आपस में भिड़ गए
 

जिला जज कार्यालय में तैनात हैं दीवान जटाशंकर

कस्बा चौकी इंचार्ज ने गाड़ी खड़ा करने पर दिखाया गुस्सा

 विभाग का परिचय भी नहीं आया काम

चौकी इंचार्ज ने की हेड मुहर्रिर की पिटाई 

 

चंदौली जिले की सदर कोतवाली क्षेत्र में स्थित कस्बा पुलिस चौकी के सामने उस समय हड़कंप मच गया जब चालान काटने को लेकर सिपाही व दरोगा आपस में भिड़ गए और इतना ही नहीं विभाग का आदमी बताने के बाद भी चौकी इंचार्ज द्वारा मातहत पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर पहले मारा गया और  
फिर उसे पुलिस चौकी में ले जाकर भी पीटा। इस मारपीट का किसी ने वीडियो बना लिया, जिसका वीडियो का सोशल मीडिया में वायरल होने लगा। 

पुलिस के बीच मारपीट की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे सदर कोतवाल द्वारा दोनों के बीच सुलह कराने की कोशिश शुरू की। फिर एक दूसरे से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने व आपस में सुलह करने से मामले सुलटने की बात कही जा रही है। 
 
बता दें कि सदर कोतवाली क्षेत्र के कस्बा चौकी इंचार्ज शाम के समय सड़क के किनारे खड़ी एक गाड़ी का वीडियो बना रहे थे। वह गाड़ी पुलिस के ही एक सिपाही की थी, जो पास की दुकान से फल व सब्जी खरीद कर रहा था। यूपी 66 एडी 8342 खड़ा करके दीवान जटाशंकर सामान खरीद रहे थे। तभी मौके पर पहुंचे चौकी इंचार्ज संतोष तिवारी द्वारा उसका चालान किया जाने लगा। जब सिपाही ने मना किया तो  दोनों लोगों में कहासुनी होने लगी और उसके बाद यह नौबत आ गई कि दोनों में हाथापाई शुरू हो गई।

इसके बाद  दरोगा जी उसे चौकी में ले गए और वहां ले जाकर बैठाकर पिटाई की गयी, जिसका सोशल मीडिया में वीडियो वायरल हो रहा है।

 वही इस संबंध में संतोष तिवारी कस्बा चौकी प्रभारी ने बताया कि जैसे ही उनके द्वारा उनकी गाड़ी का चालान किया तो यह नाराज होकर मेरा कालर पकड़ने की कोशिश करने लगा। ऑन ड्यूटी कॉलर पकड़ना और मारपीट की कोशिश करने लगा तो उसे मुझे चौकी लाना पड़ा। हालांकि वह चौकी के अंदर मारने पीटने के वीडियो वायरल पर उन्होंने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। 

वहीं इस संबंध में दीवान जटाशंकर ने बताया कि वह सब्जी खरीद रहा थे और दरोगा जी गाड़ी का चालान किया तो उनके द्वारा बताया कि वह भी पुलिस में हैं और सब्जी लेकर जा रहे हैं। सके बाद उन्होंने गाली देना शुरू कर दिया। मना करने के बाद मारपीट करने लगे और चौकी में ले जाकर पिटाई की।  वह मेरे को नशे में रहने और शराब पीने का आरोप लगाने लगे तो मैं वहीं बैठ गया और  मेडिकल कराने के बाद ही जाने की बात कहा। इसके बाद कोतवाली प्रभारी मौके पर पहुंचे और 26 जनवरी का हवाला देते हुए कहा कि 26 जनवरी के बाद इस मामले को देखा जाएगा, तब तक सुलह कर लिया। तभी मैं वापस आ गया हूं।

अब देखना है कि पुलिसकर्मी पर ही दरोगा जी का रोब जमाना कितना जायज है। साथ ही पुलिस चौकी में ले जाकर पिटाई की तो ऐसा करना दरोगा जी को शोभा देता है।  अब इसकी जांच किस उच्च अधिकारी को दी जाती है और उसके खिलाफ क्या कार्यवाही करते हैं। यह देखने वाली बात होगी।

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