क्या सांसद बनने के बाद खत्म होगी साधना सिंह व महेंद्र नाथ पांडेय के बीच की नाराजगी..!
चंदौली में दिखेगी आपसी टकरार
दोनों नेताओं के बीच नाराजगी है बरकरार
साधना सिंह के स्वागत बैनर से सांसद जी गायब
जिले में गुटबाजी का संदेश दे रहा बैनर
चंदौली जिले में लोकसभा चुनाव 2024 की मजबूत तैयारियों को लेकर भाजपा नेता लगे हुए हैं, लेकिन राज्यसभा सांसद बनने जा रहीं साधना सिंह और लोकसभा सांसद के रूप में तीसरी पारी की तैयारी कर रहे डॉ. महेन्द्र नाथ पांडेय के बीच मनमुटाव अच्छी बात नहीं है। कभी साथ-साथ चल कर एक दूसरे के लिए प्रचार करने वाले नेता अब मंच से नाम लेने को कौन कहे बैनर पोस्टर से भी एक दूसरे को दूर करते जा रहे हैं।
जिले में लगा पूर्व विधायक और राज्यसभा सदस्य पद की उम्मीदवार साधना सिंह का एक पोस्टर जिले में इस बात को हवा दे रहा है कि चंदौली सांसद व केंद्रीय मंत्री डा. महेंद्र नाथ पांडेय से साधना सिंह की नाराजगी बरकरार है।
आपको बता दें कि जिले के किसी नेता के द्वारा जब भी कोई बैनर पोस्टर तैयार कराया जाता है तो उसमें जिले के सांसद व कैबिनेट मंत्री डा. महेंद्र नाथ पांडेय के कद व पद को देखते हुए स्थान जरूर दिया जाता है। लेकिन पूर्व विधायक से राज्यसभा सांसद बनने जा रहीं साधना सिंह के स्वागत बैनर में डा. महेंद्र नाथ पांडेय का नाम नहीं है। इससे एक खास संदेश देने की कोशिश की जा रही है।
चंदौली सांसद व कैबिनेट मंत्री डा. महेंद्र नाथ पांडेय के कद और पद को देखते हुए इसे सामान्य तौर पर नहीं लिया जा सकता है। वैसे भी राज्यसभा का टिकट मिलने के बाद साधना सिंह ने अपने फेसबुक वाल पर पोस्ट लिखा था जिसमें उन्होंने बीजेपी शीर्ष नेतृत्व के कई नेताओं को टैग करके धन्यवाद दिया। उस पोस्ट में भी केंद्रीय मंत्री व चंदौली सांसद का नाम नहीं था। निश्चित तौर पर दो बड़े नेताओं के बीच की यह दूरी आने वाले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को नुकसान पहुंचा सकती है।
विधानसभा क्षेत्र में लोकप्रियता घटने और जातिगत संतुलन बनाए रखने के मद्देनजर पार्टी ने पिछले विधान सभा चुनाव में सिटिंग विधायक साधना सिंह का टिकट काट दिया। खुद साधना सिंह और उनके समर्थक इसके लिए चंदौली सांसद व कैबिनेट मंत्री डा. महेंद्र नाथ पांडेय को दोषी ठहरा रहे थे। इसीलिए नाराज लोगों ने जिला मुख्यालय पर जिले के सांसद का पुतला भी फूंका।
इतना ही नहीं कुछ महीनों के बाद एक वीडियो भी वायरल हुआ, जिसमें जनसंपर्क के दौरान साधना सिंह ने मुगलसराय के वर्तमान विधायक और चंदौली सांसद को लेकर टिप्पणी की थी। हालांकि पूर्व विधायक ने अपनी सफाई में इस वीडियो को एडिटेड बताया था और कहा था कि उसमें छेड़छाड़ करके चलाया जा रहा है। लेकिन राजनीतिक गलियारे में दोनों नेताओं के बीच पनपी दूरी की चर्चा अब धीरे-धीरे आम होने लगी है और जिले में दो जातिगत गुट भी बनने लगे हैं।
इस बीच जब साधना सिंह को राज्यसभा का टिकट मिला तो उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए बीजेपी के शीर्ष नेताओं को धन्यवाद दिया, जिसमें केंद्रीय मंत्री डा. महेंद्र नाथ पांडेय को छोड़कर तकरीबन सभी बड़े नेतागण शामिल थे।
अब राज्यसभा सांसद के उम्मीदवार के रूप चुने जाने और जीत तय होने के बाद 28 फरवरी को साधना सिंह पहली बार चंदौली आ रही हैं। इसके लिए जगह-जगह पर उनके स्वागत के लिए बैनर लगाए गए हैं, जिसमें चंदौली सांसद व कैबिनेट मंत्री डा. महेंद्र नाथ पांडेय का फोटो गायब दिख रहा है, जो दोनों नेताओं के बीच की दरार का संदेश दे रहा है।
सांसद व कैबिनेट मंत्री डा. महेंद्र नाथ पांडेय आज चंदौली जिले में आए हुए हैं और कई कार्यक्रमों में शिरकत भी कर रहे हैं। ऐसे में जब ये खबर मीडिया में चलेगी तो दोनों ओर सफाई का दौर शुरू होगा। देखना है कि दोनों नेताओं में से कौन इसे गंभीरता से लेता है।
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