नहर टूटने से धान की फसल जलमग्न, किसानों का हो रहा है भारी नुकसान, सिंचाई विभाग पर लगाया लापरवाही का आरोप
सिंचाई विभाग की लापरवाही से धान की फसलें खराब
शिकायत के बाद भी कोई समाधन नहीं
अवर अभियंता ने कार्रवाई का दिया आश्वासन
चंदौली के धानापुर क्षेत्र में नहर के तटबंध के टूटने से 10 एकड़ से अधिक धान की फसल जलमग्न हो गई है। इस घटना से क्षेत्र के दर्जनों किसानों को भारी नुकसान हुआ है और उनके खेतों में पानी भर जाने के कारण फसलें खराब हो गई हैं। किसानों ने अधिकारियों को सूचित भी किया था पर इसके बाद भी प्रशासन की ओर से कोई खास कदम नहीं उठाए गए।
आपको बता दें कि रायपुर स्थित नगवा पंप कैनाल के अंतर्गत डमहारी सिवान के पास नहर का तट टूटने से किसान परेशान है। 12 नवम्बर को किसानों ने नहर के तटबंध के टूटने की सूचना अवर अभियंता, अधिशासी अभियंता और जिलेदार को फोन के माध्यम से दी थी। हालांकि, सिंचाई विभाग की ओर से कोई त्वरित कार्रवाई नहीं की गई, जिससे किसानों की धान की फसल जलमग्न हो गई। अब किसानों को डर सता रहा है कि यदि फसलें जलकर सड़ गईं, तो उन्हें आर्थिक संकट का सामना करना पड़ेगा। कुछ किसान तो पानी से धान की फसल निकालने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि किसी तरह नुकसान को कम किया जा सके।
बताते चलें कि किसान इनाम खान ने बताया कि नहर का तटबंध टूटने से उनकी 4 बिगहा (लगभग 1.5 एकड़) फसल जलमग्न हो गई है। उन्होंने बताया कि सिंचाई विभाग को पहले ही सूचित किया गया था, लेकिन विभाग ने समय रहते कोई कदम नहीं उठाया। अन्य किसानों ने भी आरोप लगाया कि विभागीय लापरवाही के कारण उनकी फसलें बर्बाद हो गई हैं। इस नुकसान का शिकार चंदौली के अन्य किसान भी हुए हैं।
बता दें कि धानापुर के किसान डब्बल खान, मनऊर खान, हैदर अली, राजा खान, नसीम खान, आजाबू, शहाबुद्दीन सहित कई अन्य किसानों की फसलें जलमग्न हो गई हैं। किसानों का कहना है कि यदि फसल बचाई नहीं गई, तो उन्हें बड़े पैमाने पर नुकसान उठाना पड़ेगा, और वे अपने परिवार का पेट भरने के लिए संघर्ष करेंगे।
इस संबंध में अवर अभियंता सुनील यादव ने कहा कि नहर टूटने की सूचना मिलने के बाद तुरंत ही कैनाल को बंद करवा दिया गया। इसके अलावा जिलेदार को मौके पर भेजकर जांच करवाई जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को दंडित किया जाएगा।
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