चकिया अस्पताल की जांच के दौरान डीएम साहिबा बोलीं-  8 बजे का मतलब 8 बजे आना है
 

डीएम ने कहा नियम तो नियम है, शासनादेश का उल्लंघन नहीं होना चाहिए। मैं कभी भी किसी समय आकर जांच करूंगी। लापरवाही मिली तो सीधी कार्रवाई होगी।
 

चकिया जिला संयुक्त चिकित्सालय की जांच

ड्यूटी के प्रति लापरवाही पर चेतावनी

 शासनादेश का उल्लंघन न हो

चंदौली जिले की जिलाधिकारी ईशा दुल्हन ने चकिया स्थित जिला संयुक्त चिकित्सालय का बुधवार की देर शाम आकस्मिक निरीक्षण किया। स्पष्ट कहा ओपीडी में चिकित्सक सुबह 8 बजे मतलब 8 बजे पहुंच जाएं। लेटलतीफी हुई तो सीधी कार्रवाई तय है। चिकित्सक सरकारी आवास में रहे या फिर किराए के आवास में रहें। ड्यूटी के प्रति लापरवाही नहीं होनी चाहिए। 
इसी दौरान जैसे ही सीएमएस डॉक्टर अजय गौतम ने बीच में बोलते हुए कहा कि...सर 9 बजे ओपीडी में चिकित्सक पहुंच जाते हैं। उनकी बात को नजरअंदाज करते हुए नो नो...। यह नहीं चलेगा। सबको सुबह 8 बजे आना है तो आना है।


डीएम ने कहा नियम तो नियम है, शासनादेश का उल्लंघन नहीं होना चाहिए। मैं कभी भी किसी समय आकर जांच करूंगी। लापरवाही मिली तो सीधी कार्रवाई होगी। महिला और पुरुष भर्ती वार्ड का निरीक्षण करते हुए मरीजों से उपचार भोजन, दवा आदि के बाद विस्तार से जानकारी ली। इस माह 131 लोगों का सफल ऑपरेशन होने व चिकित्सालय की साफ सफाई पर संतुष्टि जताई।

जिलाधिकारी श्रीमती ईशा दुहन द्वारा जिला संयुक्त चिकित्सालय, चकिया के निरीक्षण के दौरान वार्ड में भर्ती मरीजों से मिलकर  पूछताछ कर उनके स्वास्थ्य व चल रहे इलाज के बारे में जानकारी ली। चिकित्सालय में नीति आयोग के फण्ड से क्रय किये गए चिकित्सा उपकरणों एवं विकसित किये जा रहे इंफ्रास्ट्रक्चर को देखा। चिकित्सालय में निर्माणाधीन सेंट्रल किचेन का निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण करने व गुणवत्ता की जांच कमेटी  बनाकर किये जाने हेतु मुख्य विकास अधिकारी को निर्देशित किया।

इसके साथ साथ उन्होंने 108 नम्बर व 102 नम्बर एम्बुलेंस संचालन की जानकारी लेने के साथ  ही अपने सम्मुख उसमे लगे उपकरणों व आवश्यक प्रबंधों की जाँच पड़ताल कराई। कहा कि एम्बुलेंस में निर्धारित उपकरण व सभी आवश्यक प्रबंध ठीक रहने  चाहिए। कॉल आने पर निर्धारित समय के अंदर मरीज तक एम्बुलेंस निश्चित रूप से पहुंचनी चाहिए। इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। उन्होंने 108 व 102 नंबर के एम्बुलेंस के चालकों व सहयोगी  मेडिकल स्टॉफ को प्रशिक्षित कराये  जाने हेतु भी निर्देशित किया।

जिलाधिकारी ने मौके पर लेबर रूम, बायोमेडिकल वेस्ट, शवगृह, इमरजेंसी वार्ड, इनबीएसयू, चिकित्सा उपकरणों का मुआयना किया व आवश्यक  दिशा निर्देश दिए। उन्होंने चिकित्सकों के साथ साथ मेडिकल स्टॉफ को मरीजों से अच्छा व्यवहार करने व मोरल सपोर्ट देने को कहा।

जिलाधिकारी के साथ एसडीएम ज्वाला प्रसाद, तहसीलदार विकासधर दुबे, सीएमओ वाईके राय, डाक्टर निशांत उपाध्याय, डाक्टर अलका सिंह समेत कर्मचारी मौजूद थे।