आकाशीय बिजली का कहर जारी, एक वृद्ध झुलसा तो वहीं 3 जानवरों की हुई मौत
 

शांता पाल दोपहर के वक्त भेड़ चराने के लिए गांव के सिवान में गए हुए थे इसी बीच रुक-रुक कर हो रही बारिश के बीच आकाशीय विद्युत की चपेट में आकर झुलस गए।
 

रुक रुक कर हो रही है बारिस, बिजली गिरने से लगातार हो रहा है नुकसान

 

चंदौली जिला के चकिया कोतवाली क्षेत्र में आकाशीय विद्युत का कहर लगातार जारी है। गुरुवार को भी शाहपुर गांव में अकाशीय विद्युत की चपेट में आने से 70 वर्षीय वृद्ध शांता पाल घायल हो गये। घटना के बाद परिजनों द्वारा उन्हें चकिया स्थित जिला संयुक्त चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। जहां उनका इलाज चल रहा है।

  आपको बता दें कि शांता पाल दोपहर के वक्त भेड़ चराने के लिए गांव के सिवान में गए हुए थे इसी बीच रुक-रुक कर हो रही बारिश के बीच आकाशीय विद्युत की चपेट में आकर झुलस गए। जिनका इलाज चकिया स्थित जिला संयुक्त चिकित्सालय में किया जा रहा है। 

इसी क्रम में बरहुआ गांव के सिवान मे गुरुवार को आकाशीय बिजली गिरने से दो भैस की मौत हो गई। दोपहर में पालपुर (बंगालीपुर) गांव निवासी चेत नारायण यादव अपने पशुओं को बरहुआ के सिवान मे चरा रहे थे। तभी तेज बारिश व गरज चमक होने लगी। थोड़ी देर बाद ही आकाशीय बिजली की लपट ने दो भैस को अपने आगोश में ले लिया। जहां दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।

 वहीं सुल्तानपुर गांव में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से एक और मवेशी की मौत हो गई। स्मरण हो कि सुल्तानपुर गांव से चंद्रमा का बैल मकान के बाहर मडई में खूंटे पर बंधा हुआ था। इसी बीच आकाशीय बिजली उसके ऊपर जा गिरी। जिससे उसकी घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई।

गौरतलब है कि पिछले दिनों से आधा दर्जन से अधिक व्यक्ति अकाशीय विद्युत की चपेट में आकर काल के गाल में समा चुके हैं। वहीं कई मवेशियों के भी जान जा चुकी है। पशुपालकों ने प्राकृतिक आपदा से हुई मवेशियों की मौत का मुआवजा दिए जाने की मांग तहसील प्रशासन से किया है।