बड़ौरा के लेदवा वनवासी मृतक राजकुमार के परिवार को मिले मुआवजा, अजय राय ने की मांग
 

चंदौली जिले के बड़ौरा ग्राम पंचायत के लेदवा वनवासी बस्ती के राजकुमार वनवासी गत दिनों  हुई  मौत पर मुआवजा दिये जाने की चर्चा शुरू हो गयी है। 
 

 वनवासी के परिवार को पारिवारिक लाभ योजना का लाभ

कृषक दुर्घटना का लाभ दिलाने की मांग

 मौत वाले दिन अफसरों ने दिया था आश्वासन 

 

चंदौली जिले के बड़ौरा ग्राम पंचायत के लेदवा वनवासी बस्ती के राजकुमार वनवासी गत दिनों  हुई  मौत पर मुआवजा दिये जाने की चर्चा शुरू हो गयी है।  आईपीएफ राज्य कार्य समिति सदस्य अजय राय ने मृतक परिवार की मदद के लिए मुआवजे की मांग उठायी है।

विगत दिनों रजवाहा में गिरकर मौत हो जाने के कारण वनवासी समुदाय में आक्रोश में है, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट व किसी से दुश्मनी न होने के कारण अचानक रजवाहे में गिरने से मौत पर ऐसी मांग जायज है। कहा जा रहा है कि राजकुमार की मौत वहां पर लगी पाइप से चोट लगने से हो गई हैं। जबकि परिवार वाले गांव के एक व्यक्ति पर हत्या का आरोप लगा रहे हैं।

 ऐसा स्थानीय लोगों का मानना है कि मौत का कारण चाहे जो भी हो परिवार की मदद होनी चाहिए।   मृतक  राजकुमार वनवासी परिवार को कमाकर खिलाता था।  इसलिए उसकी मौत हो जाने से परिवार का जिन्दा रहने  का सहारा छिन गया है। रजवाहा में लाश मिलने के बाद अधिकारियों ने मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया था। 

आज आईपीएफ राज्य कार्य समिति सदस्य अजय राय ने मृतक राजकुमार वनवासी के परिवार वाले के साथ थानाध्यक्ष इलिया से मिलकर मुआवजा की मांग किया है। जिस पर उन्होंने कहा कि उच्चाधिकारियों के अनुसार उचित मुआवजा जल्द से जल्द दिलाया जाए। 

याद होगा कि गुरुवार  को साइकिल से राजकुमार वनवासी इलिया बाजार गया था, लेकिन देर रात  तक घर नहीं लौटा तो उसकी तलाश शुरू हो गयी और सुबह में उसकी लाश रजवाहे में मिली। 


लाश मिलने के बाद हत्या की आंशका से लोगों और खास गांव के लोगों में आक्रोश हो गया था।  आक्रोश में लोगों ने सड़क को जाम कराने लगे और लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के लिए तैयार नहीं थे, लेकिन पुलिस प्रशासन के समझाने व स्थानीय संभ्रांत लोगों के समझाने पर  गांव के आदिवासी व परिवार वाले मान गए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट हुई है कि राजकुमार वनवासी की रजवाहा में गिरने व पाइप से चोट लगने से हुई है। यह परिवार भूमिहीन हैं लेकिन बटाई पर लेकर जमीन खेती करता था। इसलिए पारिवारिक लाभ के अलावा कृषक दुर्घटना के तहत भी मुआवजा मिलना चाहिए।