बोर्ड के बैठक के पहले नगर पंचायत जनप्रतिनिधियों से टैक्स के प्रस्ताव वापस लेने का अनुरोध
 

चंदौली जिले के चकिया नगर पंचायत को  जनप्रतिनिधियों से अनुरोध करते हुए अजय राय ने नगर पंचायत का आय बढ़ाने के नाम पर व्यापारियों सहित नगर वासियों पर लगाए गए टैक्स लगाने के प्रस्ताव को वापस लेने की मांग की है।
 

आईपीएफ नेता अजय राय ने रखी अपनी मांग

व्यापारियों के साथ उपजिलाधिकारी चकिया को ज्ञापन

 टैक्स बढ़ाने के लेकर जतायी है अपनी आपत्ति

 

चंदौली जिले के चकिया नगर पंचायत को  जनप्रतिनिधियों से अनुरोध करते हुए अजय राय ने नगर पंचायत का आय बढ़ाने के नाम पर व्यापारियों सहित नगर वासियों पर लगाए गए टैक्स लगाने के प्रस्ताव को वापस लेने की मांग की है। साथ ही जो लोग नगर में साफ सफाई का जो ख्याल नहीं रखते हैं, उस पर जरूर अनुशासनात्मक दंड लगाया जाने की बात कही है, लेकिन अन्य टैक्स नहीं थोपे जाने चाहिए। 

नेता अजय राय ने भाजपा की ट्रिपल इंजन की सरकार जरूर अपनी नगर पंचायत की चुनावी संकल्प पत्र को याद कर लेने की नसीहत दी है। वहीं सपा बसपा से जीते सभासद को जरूर विपक्ष की भूमिका में रहने और नगर पंचायत द्वारा विकास की योजना बनाए जाने के दौरान उस पर सकारात्मक रुख रखने को कहा है। विकास कार्यों में गुणवत्ता व पारदर्शिता का विकास का विशेष ख्याल रखी जानी चाहिए।

एसडीएम ने दिया व्यापारियों को आश्वासन दिया तो वहीं नगर पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि नगर पंचायत के आय बढ़ाने के लिए टैक्स लगाना जरूरी हैं। अगर टैक्स नहीं मिलेगा तो विकास कार्य कहां से होंगे। नगर पंचायत के लोगों को सैलरी व अन्य सुविधाएं कहां से मिलेगी।

आईपीएफ राज्य कार्य समिति सदस्य अजय राय ने कहा कि पूर्व 29 दिसंबर को नगर पंचायत के सभागार मे आयोजित बोर्ड की बैठक में नगर पंचायत  के आय बढ़ाने के नाम पर लगभग सभी सभासदों की सहमति के साथ नगर चेयरमैन ने एक सुर में 10 गुना तक टैक्स, किराया बढ़ाए जाने का प्रस्ताव पास करके समाचार पत्रों में विज्ञापन के माध्यम से लोगों से सुझाव व आपत्ति मांगा था। मनमाने तरीके से बढ़ाए गए टैक्स , किराए के प्रस्ताव का में नगर के लोगों के साथ विरोध कर रहा था। सभी तरह के टैक्स वापस लेने व सफाई को लेकर अनुशासनात्मक दंड के पक्ष में थे।

आपत्ति  के आखिरी दिन नगर के प्रतिष्ठित व्यापारियों व आम जनता  के साथ 7  सूत्रीय ज्ञापन व आपत्ति विरोध व प्रस्ताव को वापस लेने मांग के साथ उपजिलाधिकारी व अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत कुंदन राज कपूर व नगर पंचायत अध्यक्ष को सौंपा। जहां सभी मौजूद लोगों एसडीएम व चेयरमैन अवगत कराते हुए कहा  कि जनता व व्यापारियों के हित इस प्रस्ताव तत्काल वापस लेना जरूरी हैं।

बताते चलें कि 1916 नगर पंचायत अधिनियम के कुछ धारा का हवाला देकर नगर पंचायत ने टाउन फंड बढ़ाने के उद्देश्य भारी भरकम टैक्स, किराया, नक्सा पास कराने की फीस 10 गुना किये जाने का प्रस्ताव नगर पंचायत अध्यक्ष गौरव श्रीवास्तव व सभासदों ने बोर्ड की बैठक में पास करने  के लिए प्रस्ताव रखा था।  

इसको लेकर  नगर पंचायत के लगभग सैकड़ों लोगों ने आपत्ति व ज्ञापन कर हस्ताक्षर करके  आज अपना विरोध भी जताया, नगरवासियों ने चेयरमैन व  प्रभारी ईओ से अपील किया कि जनता के हित में इस मनमाने बढ़ाए जाने वाले टैक्स, फीस , किराया के प्रस्ताव को वापस लें।

उधर आखिरी दिन नगर पंचायत के व्यापारियों व आमजनों व नेताओं उपजिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर उपजिलाधिकारी को ज्ञापन व आपत्ति सौंपते हुए मांग किए कि आमजनता के हित इस बढ़ाए जाने वाले टैक्स को तत्काल वापस लिया जायें। जिसपर एसडीएम ने आश्वासन दिया कि इसको गम्भीरता से लिया जायेगा। जिसके सभी लोगों नगर पंचायत कार्यालय पहुंचकर चेयरमैन को ज्ञापन व आपत्ति सौंपा। लेकिन चेयरमैन की ओर एसडीएम जैसा कोई ठोस आश्वासन नहीं मिल पाया।

आईपीएफ राज्य कार्यसमिति सदस्य अजय राय, सपा नेता व व्यापारी नेता अजय गुप्ता,  राकेश मोदनवाल,  कैलास जायसवाल , आलोक जायसवाल,मोहन वर्मा,पूर्व सभासद जैनुल आबदीन,  राजकुमार जायसवाल , शिव रतन गुप्ता ,विष्णु जायसवाल, शिव केशरी, रानू, रमेश प्रसाद, कपिल मुनि, सहित दर्जनों व्यापारी व आमजनता मौजूद रहे‌।