ऑल इंडिया पीपुल्स फ्रंट ने इंडिया गठबंधन को दिया समर्थन, रॉबर्ट्सगंज लोकसभा में छोटेलाल खरवार का सपोर्ट
 

चंदौली जिले के चकिया में ऑल इंडिया पीपुल्स फ्रंट (रेडिकल) के कार्यकर्ताओं और सहयोगियों की चकिया में हुई बैठक में चुनाव में समर्थन पर गहन विचार विमर्श किया गया।
 

मुफ्त राशन के जरिए वोट बटोरने की साजिश

जन मुद्दों पर चले अभियान को मिला भारी समर्थन

भाजपा को हराने की सबने की अपील 

 

चंदौली जिले के चकिया में ऑल इंडिया पीपुल्स फ्रंट (रेडिकल) के कार्यकर्ताओं और सहयोगियों की चकिया में हुई बैठक में चुनाव में समर्थन पर गहन विचार विमर्श किया गया। भाजपा- अपना दल प्रत्याशी को हराने की जन भावनाओं के अनुरूप रॉबर्ट्सगंज लोकसभा क्षेत्र में इंडिया गठबंधन के समाजवादी पार्टी प्रत्याशी छोटेलाल सिंह खरवार और दुद्धी विधानसभा उपचुनाव में सपा प्रत्याशी विजय सिंह गोंड को समर्थन देने का फैसला लिया गया।

बैठक में आई रिपोर्ट में यह नोट किया गया कि इस संसदीय क्षेत्र में इंडिया गठबंधन के दूसरे प्रत्याशी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का जमीनी स्तर पर कोई प्रचार नहीं दिखता है और न ही उनके नेतृत्व ने सांगठनिक रूप से आइपीएफ से समर्थन मांगा है। बैठक में विगत एक माह से एजेंडा लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर राबर्ट्सगंज लोकसभा क्षेत्र में चलाए जा रहे अभियान की समीक्षा करते हुए यह पाया गया कि रोजगार, शिक्षा-स्वास्थ्य, कृषि विकास, जमीन के अधिकार, पर्यावरण की रक्षा और मजदूरों की सामाजिक सुरक्षा जैसे सवालों पर घर-घर चले अभियान जिसमें बड़ी संख्या में पढ़ी लिखी नौजवान लडकियों ने हिस्सा लिया, को जनता का भारी समर्थन मिला है। 

बैठक में बोलते हुए ऑल इंडिया पीपुल्स फ्रंट के संस्थापक अखिलेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि चुनाव ना लड़कर भी चुनाव में भाजपा को हराने और जनमुद्दों को राजनीति केंद्र में लाने का जो प्रयोग रॉबर्ट्सगंज लोकसभा क्षेत्र में किया गया, उससे यह क्षेत्र भी राष्ट्रीय राजनीति में चर्चा का केंद्र बना है। यह प्रयोग माओवादियों द्वारा किए जा रहे चुनाव बहिष्कार और नागरिक संगठनों द्वारा मुद्दा उठाने के प्रयोग से पूर्णतया भिन्न है। इस अभियान में बड़े पैमाने पर जनता की सीधी हिस्सेदारी हुई है और भाजपा के हारने का वातावरण तैयार हुआ है।


          
उन्होंने कहा कि 80 करोड लोगों को मुफ्त अनाज देकर उनके व्यक्तित्व का जो अमानवीयकरण मोदी सरकार द्वारा किया गया है उसका सच लोगों को बताने में मायावती जी ने भी योगदान किया है। महंगाई, बेरोजगारी, बेबसी जैसे सवालों से भारतीय जनता पार्टी के प्रति लोगों में गहरा आक्रोश है और उसकी हिंदुत्व की विचारधारा को इस चुनाव में जनता ने खारिज कर दिया है। चुनाव में समाज का हर तबका मोदी सरकार के विरुद्ध मुखर हुआ है और यह बदलाव का बड़ा केंद्र हो सकता है। इससे नए राजनीतिक सूत्रीकरण का भी जन्म होगा और बड़े पैमाने पर हुए इस परिवर्तन से मोदी सरकार सत्ता से जा भी सकती है। 

उन्होंने कहा कि कॉर्पोरेट की सेवा में लगे हुए नरेंद्र मोदी ने देश की आर्थिक सम्प्रभुता को गहरी क्षति पहुंचाई है और उन्होंने शासन करने का नैतिक अधिकार खो दिया है। बैठक में विभिन्न गांवों से आई दलित जाति की महिलाओं ने कहा कि मोदी ने लुग्गा की तरह हमें कचर दिया है। 5 किलो राशन से हमारा जीवन नहीं चलेगा, मनरेगा चल नहीं रही है और इस महंगाई में परिवार का जीवन चलाना बेहद कठिन हो गया है।

 बैठक में वरिष्ठ कम्युनिस्ट नेता श्याम बिहारी सिंह, आईपीएफ के प्रदेश महासचिव दिनकर कपूर, आइपीएफ चंदौली संयोजक अखिलेश दुबे, युवा मंच के प्रदेश संयोजक राजेश सचान, किसान विकास मंच के अध्यक्ष राम अवध सिंह, मजदूर किसान मंच के प्रभारी अजय राय, विश्वकर्मा उत्थान मंच के जिला मंत्री सुभाष विश्वकर्मा, मजदूर किसान मंच के सोनभद्र जिला अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद गोंड, युवा मंच सोनभद्र की संयोजक सविता गोंड, आइपीएफ जिला सचिव इंद्रदेव खरवार, मजदूर किसान मंच चंदौली संयोजक रामेश्वर प्रसाद, विद्यावती, अमर बहादुर, रहमुद्दीन, युवा मंच चंदौली संयोजक आलोक राजभर, सुनील प्रसाद, आशुतोष मिश्रा, तौकीर अहमद, अजय कुमार भारती, मोहन प्रसाद, चिरंजीवी सिंह आदि लोगों ने अपनी बात रखी।