वार्षिकोत्सव समारोह में बच्चों ने खूब मचाया धमाल, एक से बढ़कर एक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर सबका मन मोहा
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की वंदना से हुआ। उसके बाद स्वागत गीत, नाटक, प्रहसन, विदाई गीत, फौजी डांस, कॉमेडी, बसंत गीत सहित एक से बढ़कर एक कार्यक्रम प्रस्तुत कर बच्चों ने सबका मन मोहा।
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की वंदना से हुआ। उसके बाद स्वागत गीत, नाटक, प्रहसन, विदाई गीत, फौजी डांस, कॉमेडी, बसंत गीत सहित एक से बढ़कर एक कार्यक्रम प्रस्तुत कर बच्चों ने सबका मन मोहा।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला पंचायत सदस्य दशरथ सोनकर ने कहा कि विद्यालय शिक्षा का मंदिर होता है यहां बिना किसी भेदभाव के शिक्षक सभी बच्चों को समान शिक्षा प्रदान करते हैं साथ ही उन्हें खेलकूद तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम में पारंगत करने की कला भी सिखाते हैं जिससे बच्चों का शिक्षा के साथ संपूर्ण विकास हो सके।
विशिष्ट अतिथि समाजसेवी डॉ गीता शुक्ला ने कहा कि नन्हे-मुन्ने बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की जो झलक यहां दिखलाई जा रही है उससे साबित होता है कि शिक्षकों ने काफी मेहनत और लगन से बच्चों में शिक्षा के साथ उनके सर्वांगीण विकास के लिए कार्य किया है यही बच्चे कल के भविष्य हैं। कार्यक्रम के आरंभ में मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि तथा पत्रकारों को विद्यालय परिवार द्वारा सम्मानित भी किया गया।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य संजय, नरसिंह प्रसाद, विभूति नारायण पाल, संतोष कुमार सिंह, रजनीश, चंद्रकला, कनकलता, अंजू, बिंदु, नालंदा शिक्षकों के अलावा अंजलि, अर्पिता, नालंदा, संजना, नैंसी, निशि, दर्शना, श्वेता, दीक्षा, हर्ष केशरी, वर्षा, आरोही केशरी, संस्कृति आदि बच्चे उपस्थित रहे।