एसएसके शिक्षण संस्थान में धूमधाम से मनाया गया वार्षिकोत्सव, बच्चों ने दिखाया हुनर
 

इस अवसर मुख्य अतिथि वरिष्ठ समाजसेवीका डा0 गीता शुक्ला ने कहा सांस्कृतिक कार्यक्रम से बच्चों का विकास होता है समय-समय पर ऐसा कार्यक्रम बच्चों के द्वारा होना चाहिए जिससे कि बच्चों के अंदर छिपी हुई प्रतिभा निखर सके ।
 

पढायी के साथ साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम भी जरूरी

बच्चों का होता है सर्वांगीण विकास

गांव-समाज व देश का नाम रोशन करने की दें शिक्षा

चंदौली जिला के शहाबगंज विकासखंड अंतर्गत मनकपड़ा ग्राम स्थित एस. एस. के. शिक्षण संस्थान में रविवार को वार्षिकोत्सव समारोह का आयोजन गया। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि डॉ गीता शुक्ला तथा विशिष्ट अतिथि डॉ प्रदीप मौर्य के द्वारा मां सरस्वती के तैल चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर प्रारंभ किया गया।

वार्षिकोत्सव समारोह के दौरान विद्यालय की छात्राओं ने सरस्वती वंदना,नाटक, प्रहसन,डांस, सोहर, खुदा मुझसे मां की मोहब्बत न छीने, रक्षाबंधन, मुझे ऐसा मिला मोती, नशा न करना, मैं क्या थी क्या से क्या हो गई, विदाई गीत ,आदि कार्यक्रम प्रस्तुत कर अपनी कला का प्रर्दशन कर वाहवाही बटोरी।

इस अवसर मुख्य अतिथि वरिष्ठ समाजसेवीका डा0 गीता शुक्ला ने कहा सांस्कृतिक कार्यक्रम से बच्चों का विकास होता है समय-समय पर ऐसा कार्यक्रम बच्चों के द्वारा होना चाहिए जिससे कि बच्चों के अंदर छिपी हुई प्रतिभा निखर सके और  भविष्य मे आगे चलकर बड़े-बड़े कार्य कर सके यही नन्हे-मुन्ने बच्चे आगे चलकर बड़े-बड़े नेता भी बनते हैं।

 वही विशिष्ट अतिथि भाजपा जिला उपाध्यक्ष डाक्टर प्रदीप मौर्य ने कहां कि विद्यालय ही ऐसा स्थान है। जहां जाति पाती से ऊपर उठकर सभी बच्चे एक साथ पठन-पाठन करते हैं।इस लिए विद्यालयों को शिक्षा का मंदिर कहते हैं।शिक्षा प्राप्त कर छात्र अपने गांव समाज व देश का नाम रोशन करते है हम सभी का फर्ज है कि बेटा हो बेटी सभी को एक समान शिक्षा देकर उनको अपने पैरों पर खड़ा होने का अवसर प्रदान करें।

इस अवसर पर विद्यालय के प्रबंधक शैलेंद्र सिंह एडवोकेट ,प्रधानाचार्य संदीप मौर्य, लालजी मौर्य,लोकपति सिंह मौर्य, श्रीकांत सिंह कुशवाहा, उमाशंकर सिंह मौर्य, प्रदुमन, एकता ,नाजमा ,गोविंद ,प्रताप, संदीप, प्रमोद मौर्य, शशिकांत ,आदित्य मौर्य, आजाद विश्वकर्मा, डा. रामनिवास, राजहंस, शतानंद, चंद्रमणि देवी, डीके श्रीवास्तव, दयाशंकर सिंह दीवाना, आदि लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन राम अवतार  सिंह कवल तथा अध्यक्षता पारसनाथ मौर्य ने किया।