108 बौद्ध भिक्षुओं की पदयात्रा चंदौली जिले में,  जिला प्रशासन की ओर से किया गया स्वागत
 

भारत एवं दक्षिण कोरिया के 50 वर्षों के डिप्लोमेटिक रिलेशंस एवं विश्व शांति के उद्देश्य से बौद्ध भिक्षुओं का दलअपने 43 दिनों की यात्रा के दौरान उत्तर प्रदेश एवं बिहार राज्य के बौद्ध स्थलों का पदयात्रा के माध्यम से भ्रमण करते हुए लगभग 1167 किलोमीटर की यात्रा तय करेंगे।
 

11 फरवरी 2023  से चल रही है पदयात्रा

19 मार्च 2023 को श्रावस्ती में समापन

1167 किलोमीटर की पदयात्रा तय करेंगे बौद्ध भिक्षु

चंदौली में दक्षिण कोरिया गणराज्य के 108 बौद्ध भिक्षुओं का प्रतिनिधिमंडल अपने 43 दिवसीय बौद्ध स्थलों के पदयात्रा  के क्रम में जनपद वाराणसी के सारनाथ में यात्रा के शुभारंभ के उपरांत द्वितीय दिवस दिनांक 12 फरवरी 2023 की भोर में  लगभग 2:45 बजे टेंगरा मोड़ से जनपद चंदौली की सीमा में  प्रवेश किया। बौद्ध भिक्षु के प्रतिनिधिमंडल का जनपद में प्रवेश करने पर जिला प्रशासन की ओर से उनका पुष्प देकर स्वागत किया गया।
 
 बताया गया कि भारत एवं दक्षिण कोरिया के 50 वर्षों के डिप्लोमेटिक रिलेशंस एवं विश्व शांति के उद्देश्य से बौद्ध भिक्षुओं का दलअपने 43 दिनों की यात्रा के दौरान उत्तर प्रदेश एवं बिहार राज्य के बौद्ध स्थलों का पदयात्रा के माध्यम से भ्रमण करते हुए लगभग 1167 किलोमीटर की यात्रा तय करेंगे।

जनपद में बौद्ध भिक्षुओं का दल 24 किलोमीटर की यात्रा पूर्ण कर विकास खंड चकिया के में रात्रि प्रवास करेगा एवं कल प्रातः पुनः यात्रा प्रारंभ कर बिहार की सीमा में प्रवेश करेगा।

सारनाथ से 11 फरवरी 2023  से पदयात्रा प्रारंभ होकर बौद्ध भिक्षुओं का दल सारनाथ, बोधगया, राजगीर, नालंदा, वैशाली, कुशीनगर, लुंबिनी होते हुए 19 मार्च 2023 को श्रावस्ती में समापन होगा।

जिलाधिकारी महोदया के निर्देशानुसार जनपद में बौद्ध भिक्षुओं की पदयात्रा के दृष्टिगत पर्याप्त सुरक्षा, चिकित्सा, साफ सफाई, यातायात आदि समस्त आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं। जनपद में प्रवेश के समय उप जिलाधिकारी पीडीडीयू नगर अविनाश कुमार, क्षेत्राधिकारी यातायात कृष्ण मुरारी शर्मा, पर्यटन सूचनाधिकारी नितिन दिवेदी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।