रोज़गार के दरवाजे खोलता है आईटीआई का कोर्स, कारीगर बनने का देता है हुनर
 

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा रोजगार मेला व निजी कंपनियों द्वारा उनका उनके शैक्षिक योग्यता पर अच्छे वेतन पर चयन आसानी से हो जाता है। आईटीआई में इस समय प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ होने वाली है।
 

आईटीआई करने के बाद नौकरी की गारंटी

रोजगार के लिए पढ़ाई करने वालों के लिए मौका

चलो आईटीआई में लेलें एडमिशन  

चंदौली जिले के चकिया क्षेत्र के बलिया कला में आरबी निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के डायरेक्टर अनिल कुमार ने बताया कि आईटीआई करने वाले युवाओं को रोजगार के लिए दर-दर भटकना नहीं पड़ता है। यह व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम भारतीय सरकार द्वारा संचालित किया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य तकनीशियनों, कारीगरों और व्यावसायिक कर्मचारियों को तैयार करना है, ताकि वे विभिन्न उद्योगों में कुशलतापूर्वक कार्य कर सकें।


उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा रोजगार मेला व निजी कंपनियों द्वारा उनका उनके शैक्षिक योग्यता पर अच्छे वेतन पर चयन आसानी से हो जाता है। आईटीआई में इस समय प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ होने वाली है। वहीं  निजी आईटीआई में प्रवेश हो रहे हैं। इसका मुख्य उद्देश्य उन युवाओं के कौशल को विकसित करना है, जो अपनी बुनियादी शिक्षा पूरी करने में असमर्थ हैं।

बताया जा रहा है कि जिन छात्रों ने अभी-अभी 10 वीं या 12 वीं कक्षा उत्तीर्ण की है और आगे अपनी शिक्षा जारी रखने में असमर्थ हैं। वे सभी इलेक्ट्रीशियन, फिटर, कोपा (कंप्यूटर ऑपरेटर एंड प्रोग्रामिंग असिस्टेंट ) पाठ्यक्रमों में अपनी क्षमता को आजमा सकते हैं। अक्सर, ये युवा सक्षम होते हैं, लेकिन घरेलू परिस्थितियों या अपर्याप्त संसाधनों के कारण अपनी उच्च शिक्षा जारी नहीं रख पाते हैं। इसलिए उन्हें तकनीकी कौशल हासिल करने की तत्काल आवश्यकता है। यह कार्यक्रम उन्हें रोजगार योग्य बना देता है। आईटीआई कॉलेजों से छोटे पाठ्यक्रम के मौके भी प्रदान किए जाते हैं, जिन्हें जल्दी से पूरा किया जा सकता है और व्यक्ति आगे प्रशिक्षुता के लिए आवेदन कर सकते हैं या नौकरी ले सकते हैं।