'शिक्षित बनें तभी आएगा समाज में बदलाव', चकिया ब्लॉक प्रमुख शम्भू नाथ यादव के उद्गार
नक्सल प्रभावित हिनौतघाट के वनवासियों संग मनायी दिवाली
पूर्वांचल पोस्ट फाउंडेशन ने मनाया दीपोत्सव
बच्चों में शिक्षण सामग्री का भी किया गया वितरण
चंदौली जिले के नौगढ़ इलाके में दीपावली की पूर्व संध्या पर, नक्सल प्रभावित हिनौतघाट क्षेत्र के वनवासी समाज के बीच खुशियां बांटने और शिक्षा का दीप जलाने के उद्देश्य से पूर्वांचल पोस्ट फाउंडेशन उत्तर प्रदेश द्वारा गुरुवार को नौगढ़ के जमसोती स्थित महुआ बाबा आश्रम में दीपोत्सव व शिक्षा गोष्ठी का भव्य आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि ब्लॉक प्रमुख शम्भू नाथ सिंह यादव, विशिष्ट अतिथि जिला पंचायत राज अधिकारी (डीपीआरओ) नीरज सिन्हा, पावर ग्रिड भारत सरकार के स्वतंत्र निदेशक शिव तपस्या पासवान के प्रतिनिधि राजन, डीपीसी मनोज श्रीवास्तव और शिक्षक रामविलास ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
बच्चों के चेहरे पर लौटी मुस्कान
इस अवसर पर 100 से अधिक वनवासी परिवारों को दीपावली मनाने के लिए मिठाई, मिट्टी के दीपक, तेल, मोमबत्ती और लाई के पैकेट प्रदान किए गए। वहीं, 80 वनवासी छात्र-छात्राओं को कॉपी, पेन, बिस्किट के साथ-साथ स्पीकिंग (Speaking) और जनरल नॉलेज (General Knowledge) की पुस्तकें वितरित की गईं। ब्लॉक प्रमुख, डीपीआरओ और शिक्षक के हाथों ये विशेष पुस्तकें पाकर बच्चों के चेहरे खुशी से खिल उठे। उन्हें मिट्टी के खिलौने भी भेंट किए गए।
शिक्षा ही वास्तविक बदलाव का दीपक
मुख्य अतिथि ब्लॉक प्रमुख शम्भू नाथ यादव ने अपने संबोधन में कहा, "जब समाज शिक्षित होगा तभी वास्तविक बदलाव संभव है। शिक्षा ही वह दीपक है जो अंधकार को मिटाता है। आज के बच्चे कल का भविष्य हैं, हमें इन्हें केवल ज्ञान नहीं बल्कि संस्कार भी देने होंगे।" उन्होंने वनवासी समाज में शिक्षा और जागरूकता का दीप जलाने के लिए पूर्वांचल पोस्ट फाउंडेशन के समर्पण की सराहना की।
विशिष्ट अतिथि डीपीआरओ नीरज सिन्हा ने कहा कि वनवासी समाज अब विकास की मुख्यधारा में तेजी से शामिल हो रहा है। उन्होंने जोर दिया कि सरकार की योजनाएँ तभी सफल होंगी जब हर वर्ग में शिक्षा का प्रसार होगा। उन्होंने दीपोत्सव को ज्ञान, जागरूकता और आत्मनिर्भरता के प्रतीक के रूप में परिभाषित किया।
पावर ग्रिड भारत सरकार के स्वतंत्र निदेशक के प्रतिनिधि राजन ने कहा, "ग्रामीण और वनवासी क्षेत्र के बच्चों में अपार प्रतिभा है, जरूरत है सिर्फ अवसर और मार्गदर्शन की।" उन्होंने शिक्षा, स्वावलंबन और आत्मसम्मान को समाज को मजबूत बनाने वाले तीन आधार बताया।
आश्रम पद्धति कॉलेज के शिक्षक रामविलास, समाजसेवी मुश्ताक अहमद, डीपीसी मनोज श्रीवास्तव, पूर्व प्रधान चेतन मौर्य और उमाशंकर मौर्य ने भी इस प्रकार के आयोजनों को बच्चों में शिक्षा के प्रति रुचि और आत्मविश्वास बढ़ाने वाला बताया।
फाउंडेशन के प्रबंधक प्रशांत कुमार ने बताया कि संस्था पिछले दस वर्षों से वनवासी क्षेत्रों में दीपोत्सव एवं शिक्षा गोष्ठियों का आयोजन कर रही है, और हिनौतघाट क्षेत्र में यह उनका चौथा दीपोत्सव है। उन्होंने लक्ष्य बताया कि आने वाले समय में हर वनवासी बच्चा शिक्षित और आत्मनिर्भर बने।
इस भावपूर्ण कार्यक्रम में कोषाध्यक्ष अमरदीप, लव सोनकर, अरुण प्रकाश भारती, देवा सरकार, समाजसेवी सत्य प्रकाश गुप्ता, रिपुवन सहित सैकड़ों वनवासी परिवार उपस्थित रहे, जिसने पूरे आयोजन में भक्ति, शिक्षा और उमंग का एक अनोखा संगम प्रस्तुत किया।