चकिया इलाके में हो रही है अवैध तरीके से पत्थरों की खुदाई, ट्रक पकड़ा तो खुली पोल
वन विभाग की टीम ने अवैध पत्थर लगा मिनी ट्रक पकड़ा
वन अधिनियम के तहत शिकारगंज पुलिस चौकी में की गयी कार्रवाई
चकिया-अहरौरा मार्ग पर वन विभाग ने की कार्रवाई
उचेहरा पेट्रोल पंप के पास वन विभाग की बड़ी कार्रवाई
खनन का कागजात न दिखाने पर ट्रक को शिकारगंज चौकी को सौंपा
चंदौली जिले के चकिया क्षेत्र में अवैध खनन और परिवहन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए वन विभाग की टीम ने रविवार को एक मिनी ट्रक को पकड़ा, जिसमें अवैध रूप से पत्थर लादा गया था। वैध कागजात न पाए जाने पर वाहन को जब्त कर लिया गया और चालक के खिलाफ वन अधिनियम 1927 के तहत कानूनी कार्रवाई शुरू की गई।
उचेहरा पेट्रोल पंप के पास हुई कार्रवाई
यह कार्रवाई चकिया-अहरौरा मार्ग पर स्थित उचेहरा पेट्रोल पंप के पास की गई। वन विभाग की टीम ने चेकिंग के दौरान एक मिनी ट्रक (यूपी 64 टी 5309) को रोका। जब टीम ने वाहन में लदे पत्थर से संबंधित वैध कागजात दिखाने को कहा, तो चालक कोई भी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सका।
पत्थर के अवैध परिवहन की पुष्टि होते ही, वन विभाग की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मिनी ट्रक को तत्काल जब्त कर लिया और उसे आगे की विधिक कार्यवाही के लिए शिकारगंज पुलिस चौकी को सुपुर्द कर दिया।
कानूनी प्रावधान के तहत एक्शन
चंद्रप्रभा रेंज के क्षेत्रीय वनाधिकारी अखिलेश कुमार दुबे ने इस कार्रवाई की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि उक्त मिनी ट्रक में लदा पत्थर पूरी तरह अवैध था, और चालक के पास कोई भी दस्तावेज उपलब्ध नहीं था। इस कारण, वन अधिनियम (Forest Act) 1927 की सुसंगत धाराओं के तहत कानूनी कार्रवाई की गई है।
क्षेत्रीय वनाधिकारी दुबे ने सख्त लहजे में कहा कि अवैध खनन और परिवहन न केवल राजस्व का नुकसान है, बल्कि यह पर्यावरण के लिए भी गंभीर खतरा है। उन्होंने चेतावनी दी कि इस प्रकार की अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए वन विभाग सतत निगरानी रख रहा है और अवैध कारोबार में संलिप्त पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति या वाहन पर कठोरतम कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
अभियान में शामिल रही पूरी टीम
अवैध खनन के खिलाफ इस सफल अभियान में क्षेत्रीय वनाधिकारी अखिलेश दुबे के साथ चंद्रप्रभा के उपवनाधिकारी आनंद दुबे भी मौजूद रहे। इसके अलावा, वन दरोगा सच्चिदानंद, तथा वनकर्मी रिशु चौबे, रामआशीष, मंदीप कुमार, शिवबचन सिंह और यशवंत सिंह भी टीम में शामिल थे। टीम की मुस्तैदी और तत्परता के कारण ही यह कार्रवाई समय पर की जा सकी।
वन विभाग की इस कार्रवाई से अवैध पत्थर कारोबारियों के बीच हड़कंप मच गया है, और विभाग ने साफ कर दिया है कि भविष्य में भी यह अभियान सख्ती से जारी रहेगा।