चकिया में दिखा रहा है छठ पूजा का उल्लास, खरना के दिन घाटों पर उमड़ा सैलाब, छठी मइया के गीतों से गूंजा वातावरण

चकिया के मां काली मंदिर पोखरा पर मां काली सेवा समिति और युगांधर सेवा समिति द्वारा व्रतियों के लिए शानदार व्यवस्था की गई। टेंट लगाकर व्रतियों और उनके परिजनों को ठहरने की सुविधा दी गई है।
 

छठ महापर्व का दूसरा दिन 'खरना' श्रद्धा से संपन्न

चकिया के मां काली पोखरा पर भव्य तैयारी

सेवा समितियों ने की विशेष व्यवस्था

ग्रामीण अंचलों में भी घाट पूजन हुआ संपन्न

बाजारों में बढ़ी खरीदारी करने वालों की भीड़

लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा चंदौली जिले में पूरे उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। छठ पर्व के दूसरे दिन यानी खरना के मौके पर रविवार को चकिया नगर पंचायत समेत जिले के विभिन्न ग्रामीण अंचलों के तालाबों और सरोवरों पर घाट पूजन का कार्यक्रम श्रद्धापूर्वक संपन्न हुआ।

घाटों पर छठ मइया के पारंपरिक लोकगीतों की गूंज से पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा। महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में सज-धजकर आईं और विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। भक्तों ने जल, दूध, फूल, सूप, फल और दीपक से घाट पूजन कर सूर्य देव से अपने परिवार की सुख-समृद्धि और मंगल कामना की।

घाटों पर दिखी भव्य व्यवस्था
चकिया में मां काली पोखरा, सिकंदरपुर, शिकारगंज, शहाबगंज में कर्मनाशा नदी तट, इलिया, सैदूपुर, खरौझा, अमांव समेत कई स्थानों पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा। व्रती महिलाओं ने मिट्टी से बेदी बनाकर भगवान भास्कर के स्वागत की तैयारी पूरी की। इस दौरान, "केलवा जे फरेला घवद से", "ओ पिंजरा के पंछी रे" जैसे छठ गीतों ने माहौल को पूरी तरह आस्थामय बना दिया।

चकिया के मां काली मंदिर पोखरा पर मां काली सेवा समिति और युगांधर सेवा समिति द्वारा व्रतियों के लिए शानदार व्यवस्था की गई। टेंट लगाकर व्रतियों और उनके परिजनों को ठहरने की सुविधा दी गई है, साथ ही प्रकाश और लाइटिंग का भी विशेष इंतजाम किया गया है। वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम प्रधानों और स्थानीय युवाओं ने घाटों की सफाई, समतलीकरण और प्रकाश व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाली।

बाजारों में बढ़ी रौनक
छठ पर्व के चार दिनों में से खरना का दिन व्रतियों के लिए विशेष महत्व रखता है। नहाय-खाय से शुरू हुआ यह व्रत अब संध्या अर्घ्य की ओर बढ़ रहा है। जैसे-जैसे अर्घ्य का समय नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे बाजारों में रौनक और खरीदारी तेज हो गई है। पूजन सामग्री, फल-फूल, सूप-दौरा और गन्ने की दुकानों पर भारी भीड़ देखी जा रही है।