चंदौली समाचार की खबर का असर , सामुदायिक शौचालय का खुला ताला
एक बार फिर दिखा खबर का असर
तियरी गांव के सामुदायिक शौचालय का खुला ताला
ग्रामीणों ने ली राहत की सांस
चंदौली शहाबगंज क्षेत्र के तियरी गांव में वर्षों से बंद पड़ा सामुदायिक शौचालय आखिरकार सोमवार को खुल गया। यह बदलाव मीडिया में खबर प्रकाशित होने के तुरंत बाद देखने को मिला, जिससे ग्रामीणों को काफी राहत मिली है।
सरकारी अमला आया हरकत में
लाखों रुपये की लागत से बनाए गए इस सामुदायिक शौचालय की दुर्दशा और लंबे समय से बंद रहने की खबर के बाद ब्लॉक व पंचायत स्तर के अधिकारी हरकत में आए। बीडीओ ने ग्राम प्रधान और सफाईकर्मी को तत्काल निर्देश जारी करते हुए शौचालय का ताला खोलवाया और सफाई सुनिश्चित करने को कहा।
ग्रामीणों को मिली निजात
शौचालय के बंद होने से खासकर महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। खुले में शौच जाने की मजबूरी ने न केवल उनकी परेशानियों को बढ़ाया था, बल्कि स्वच्छ भारत मिशन की साख पर भी सवाल खड़े किए थे। ताला खुलने के बाद गांववासियों ने राहत की सांस ली और प्रशासन की त्वरित कार्रवाई की सराहना की।
महिलाओं की नियुक्ति के बावजूद लापरवाही
बताया गया कि शौचालय के संचालन और साफ-सफाई के लिए समूह की महिलाओं की नियुक्ति भी की गई थी, बावजूद इसके व्यवस्था ठप पड़ी थी। जिला पंचायत राज अधिकारी के पूर्व में दिए गए निर्देशों को भी दरकिनार किया जा रहा था। यही कारण था कि ग्रामीणों में आक्रोश पनप रहा था और प्रशासनिक लापरवाही पर सवाल उठ रहे थे।
कड़ी कार्रवाई की चेतावनी
एडीओ पंचायत अरविंद सिंह ने जानकारी दी कि शौचालय का ताला खोल दिया गया है और आगे से ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि भविष्य में फिर से इस तरह की शिकायतें मिलती हैं तो संबंधित जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मीडिया की भूमिका फिर हुई साबित
यह घटनाक्रम एक बार फिर यह साबित करता है कि मीडिया की सकारात्मक भूमिका से जनहित के मुद्दों पर प्रशासन को जगाया जा सकता है। तियरी गांव का यह उदाहरण अन्य जगहों के लिए भी एक सबक है कि जन सुविधाओं की अनदेखी पर अब चुप्पी नहीं चलेगी।