किसानों को झेलनी पड़ेगी किल्लत, गहमागहमी के बीच 92 किसानों में बंटी डीएपी
समितियों पर नहीं है पर्याप्त खाद
हर साल झेलनी पड़ती है खाद की समस्या
सरकारी अफसर पेश करते हैं फर्जी आंकड़े
चंदौली जिले के शहाबगंज में क्षेत्रीय सहकारी समिति पर शनिवार को डीएपी खाद की बिक्री की गयी। डीएपी लेने के लिए सुबह से ही किसान समिति पर जूट गये। लेकिन पर्याप्त मात्रा में डीएपी नही होने के कारण अधिकांश किसान बिना उर्वरक लिए वापस गये।
आपको बता दें कि इस समय किसान गेहूं, चना, मटर, आलू के साथ गेंहू की बुआई करने में जुट गये है। क्षेत्रीय सहकारी समिति पर पांच न्याय पंचायत के चार हजार मेम्बर है। समिति पर 440 बोरी डीएपी आई थी। लेकिन उर्वरक के लिए 410 किसान लाइन में लग गये। लेकिन 92 किसान को ही उर्वरक बांटने में खत्म हो गई। आवश्यकता के अनुसार डीएपी नही मिलने से किसान नाखुश दिखे। बाकी किसान बिना खाद लिये निराश होकर लौट गये।डीएपी वितरण के दौरान भारी गहमागहमी रही।
इस सम्बन्ध में एडीओ कोआपरेटिव सुनिल कुमार पाल ने बताया कि जो किसान पहले आये थे उन्हें नियमानुसार खाद दिया गया। उन्होंने बताया की सभी किसानों को डीएपी दी जायेगी। डीएपी की मांग की गयी है आते ही वितरण किया जाएगा।