बेन धरौली नहर मार्ग पर बना जानलेवा रास्ता, छह इंच के कुलावे बने मुसीबत की जड़

नहर मार्ग पर ट्रैक्टर, ट्रक, टेंपो और बाइक का निरंतर आवागमन होता है, लेकिन अब आठ से दस स्थानों पर सड़क इतनी खराब हो गई है कि वहां से गुजरना जान जोखिम में डालने जैसा है।
 

सिंचाई विभाग की लापरवाही से ग्रामीण परेशान

किसान विकास मंच ने उठाई आवाज

भविष्य में बड़ी दुर्घटना की आशंका

जिले के अधिकारियों को ध्यान देने की जरूरत

चंदौली जिले के बेन धरौली नहर मार्ग पर सिंचाई विभाग द्वारा पुराने कुलावे उखाड़कर नए छह इंच के कुलावे लगाए गए। यह काम बिना समुचित प्लानिंग और मरम्मत के किया गया, जिससे अब यह मार्ग ग्रामीणों और यात्रियों के लिए खतरे का कारण बन गया है।

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गड्ढों में तब्दील सड़क, बनी दुर्घटनाओं की वजह
जहां-जहां जेसीबी से खुदाई की गई, वहां की मिट्टी धंसकर गड्ढों में बदल गई। विभाग को कई बार शिकायत की गई, लेकिन केवल मामूली मरम्मत कर पल्ला झाड़ लिया गया। नतीजा ये हुआ कि बरसात में इन गड्ढों में पानी भर जाता है और बाइक सवार गिरकर घायल हो रहे हैं। कई लोगों को ट्रामा सेंटर तक जाना पड़ा।

हर दिन फंसते हैं वाहन, जान का जोखिम
नहर मार्ग पर ट्रैक्टर, ट्रक, टेंपो और बाइक का निरंतर आवागमन होता है, लेकिन अब आठ से दस स्थानों पर सड़क इतनी खराब हो गई है कि वहां से गुजरना जान जोखिम में डालने जैसा है। वाहन फंसना आम बात हो गई है।

प्रशासन और ठेकेदारों की मिलीभगत का आरोप
किसान विकास मंच के संगठन मंत्री राम अवध सिंह ने आरोप लगाया कि अधिकारी ठेकेदारों के आगे नतमस्तक हैं। शिकायतों के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द सुधार नहीं हुआ तो यह मामला जिलाधिकारी तक ले जाया जाएगा। अभी और बरसात बाकी है। यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन और सिंचाई विभाग की होगी।