अधिवक्ताओं व SDM के बीच छिड़ी जंग में सुलह नहीं करा पाए DM साहब

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चंदौली जिले के जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल की मध्यस्थता के बाद भी चकिया तहसील के अधिवक्ताओं व एसडीएम के बीच छिड़ी जंग का पटाक्षेप मंगलवार को नहीं हो पाया। एसडीएम के स्थानांतरण की मांग पर अधिवक्ता अड़े रहे। जिलाधिकारी व बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों के बीच लगभग एक घंटे तक चली वार्ता विफल रही। बार
 

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चंदौली जिले के जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल की मध्यस्थता के बाद भी चकिया तहसील के अधिवक्ताओं व एसडीएम के बीच छिड़ी जंग का पटाक्षेप मंगलवार को नहीं हो पाया। एसडीएम के स्थानांतरण की मांग पर अधिवक्ता अड़े रहे। जिलाधिकारी व बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों के बीच लगभग एक घंटे तक चली वार्ता विफल रही।

बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक सिंह पटेल के नेतृत्व में सैकड़ों अधिवक्ताओं ने समाधान दिवस में डीएम से मिलकर एसडीएम प्रदीप कुमार के स्थानांतरण की मांग की। डीएम ने अधिवक्ताओं से समाधान दिवस के बाद दोपहर दो बजे इस मसले पर वार्ता करने का समय दिया। डीएम ने एसडीएम के कक्ष में बैठकर अधिवक्ताओं की बात सुनी।

अधिवक्ताओं ने एसडीएम पर आरोप लगाया कि उच्च न्यायालय के आदेश को अमल नहीं किया जाता। आउटसाइडर के माध्यम से कार्य किया जाता है। तकरीबन एक घंटे तक चली वार्ता के दौरान अनाधिकृत व्यक्ति से कोर्ट में कार्य नहीं किए जाने का आश्वासन देते हुए सामंजस्य बैठाने का आह्वान किया। डीएम ने स्थानांतरण की मांग को सिरे खारिज कर दिया।

इससे नाराज अधिवक्ताओं ने बैठक कर तीन अक्टूबर को विशाल धरना-प्रदर्शन करने का निर्णय लिया साथ ही मंडलायुक्त से मिलने पर सहमति बनाई। बाबू लाल, नारायणदास, सुभाष सिंह, संतोष श्रीवास्तव, भैया लाल शिव मूरत, राम सुधार आदि अधिवक्ता शामिल थे।