आयुर्वेदिक अस्पताल में डॉ. रिचा लवानियां की तैनाती, फिर शुरू होगी चिकित्सा सेवा
मीडिया की खबरों के बाद चिकित्सक की हुई तैनाती
वाराणसी से बुलायी गयीं डॉ. रिचा लवानियां
इन गांवों को होगा फायदा
चंदौली जिले के इलिया क्षेत्र के एकमात्र राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय सरैया बसाढ़ी में लंबे समय से ओपीडी सेवा बंद थीं। इस कारण स्थानीय लोगों को इलाज के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। जैसे ही खबर को मीडिया के द्वारा प्रमुखता से उठाया गया तो वहां पर चिकित्सक की नियुक्ति कर दी गयी है।
बताया जा रहा है कि इस बारे में समाचार प्रकाशित होने के बाद जिलाधिकारी के निर्देश पर संबंधित विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चिकित्सक की नियुक्ति की है। अब यहां पुनः नियमित रूप से ओपीडी सेवाएं शुरू हो गई हैं। इससे लगभग 50 हजार की आबादी को सेवा का लाभ मिलेगा।
इस अस्पताल से इलिया क्षेत्र के अलावा छीत्तमपुर, वनभीषमपुर, ताला, तेंदुई, कोल्हुआ, ढोढ़नपुर, मुसाखांड़, बेलावर, उसरी, शाहपुर, रामशाला, अर्जी, ईसापुर, घुरहूपुर, गांधीनगर, बरहुआ, सेंदूपुर, सरैया, बसादी, पालपुर, मनकपड़ा, पड़रिया, सीहर, वनरसिया, बेन, खझरा, मालदह जैसे गांवों के लोग इलाज कराते थे। इसके अलावा मिर्जापुर जिले और बिहार के कैमूर जिले से भी मरीज यहां पहुंचते थे। अस्पताल की लोकेशन बॉर्डर के नजदीक होने के कारण यह कई इलाकों के लिए सुविधाजनक केंद्र था।
पूर्व में तैनात चिकित्सक डॉ. श्याम सुंदर मौर्य के स्थानांतरण के बाद से अस्पताल में चिकित्सा सेवाएं बंद थीं। स्थानीय लोगों ने इस पर बार-बार ध्यान दिलाया, लेकिन कोई समाधान नहीं निकल पाया। मीडिया में खबर छपने के बाद प्रशासन हरकत में आया और वैकल्पिक व्यवस्था करते हुए चिकित्सक की तैनाती सुनिश्चित की गई।
अब वाराणसी के आयुर्वेदिक चिकित्सालय से डॉ. रिचा लवानियां को सरैया बसाढ़ी आयुर्वेदिक अस्पताल में भेजा गया है। वह यहां रोजाना ओपीडी सेवा देंगी, जिससे मरीजों को स्थानीय स्तर पर ही आयुर्वेदिक उपचार उपलब्ध हो सकेगा।
यह अस्पताल वर्ष 1949 में आजादी के बाद स्थापित हुआ था और तब से ग्रामीण व आसपास के लोग यहां इलाज के लिए आते रहे हैं, लेकिन वर्तमान में डॉक्टर की अनुपस्थिति से मरीज और उनके तीमारदार मायूस होकर लौटते जा रहे थे।