मासूम शिवांस की मौत पर गमगीन हुए पूर्व विधायक जितेंद्र कुमार, उतरौत पहुंचकर पीड़ित परिवार को बंधाया ढांढस

उतरौत गांव में डंपर पलटने से हुए दर्दनाक हादसे के बाद पूर्व विधायक जितेंद्र कुमार ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की। उन्होंने मासूम शिवांस की मौत पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए प्रशासन से भारी वाहनों की रफ्तार पर अंकुश लगाने और ब्रेकर बनवाने की मांग उठाई है।
 

पूर्व विधायक ने जताया गहरा शोक

पीड़ित परिवार से की मुलाकात

भारी वाहनों की रफ्तार पर सवाल

डीएम को मांगपत्र सौंपने का एलान

सड़क सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम की मांग

चंदौली जनपद अंतर्गत शहाबगंज क्षेत्र के उत्तरौत गांव में गुरुवार को हुए हृदयविदारक सड़क हादसे ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। एक तेज रफ्तार डंपर पलटने से अपनी जान गंवाने वाले आठ वर्षीय मासूम शिवांस गुप्ता के परिजनों से मिलने पूर्व विधायक जितेंद्र कुमार उनके आवास पर पहुंचे। पूर्व विधायक ने शिवांस के पिता छोटू गुप्ता और अन्य परिजनों से मिलकर अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं और दुख की इस घड़ी में परिवार को ढांढस बंधाया। उन्होंने मासूम की असमय मृत्यु को अपूरणीय क्षति बताते हुए कहा कि इस दुख को शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता।

सड़कों के चौड़ीकरण के बाद बढ़ा दुर्घटनाओं का ग्राफ
परिजनों से मुलाकात के दौरान पूर्व विधायक जितेंद्र कुमार ने क्षेत्र की बदहाल यातायात व्यवस्था पर गंभीर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि भारत माला परियोजना के तहत सड़कों के निर्माण और लेवा से पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर (पीडीडीयूनगर) मार्ग के चौड़ीकरण के बाद से स्थिति भयावह हो गई है। इन रास्तों पर भारी वाहनों, विशेषकर मिट्टी और गिट्टी लदे डंपरों की संख्या और उनकी अनियंत्रित रफ्तार कई गुना बढ़ गई है। पूर्व विधायक ने जोर देकर कहा कि सड़क चौड़ीकरण विकास के लिए जरूरी है, लेकिन यह आम नागरिकों की जान की कीमत पर नहीं होना चाहिए।

मृतक बच्चे के परिजनों को सांत्वना देने पहुंचे पूर्व विधायक जितेन्द्र कुमार

प्रशासन से सुरक्षा उपायों की मांग 
पूर्व विधायक ने मौके पर उपस्थित ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों की शिकायतों को सुनने के बाद प्रशासन से कड़ी मांग की है। उन्होंने कहा कि घनी आबादी वाले कस्बा क्षेत्रों और गांवों के पास तत्काल प्रभाव से गति अवरोधक (ब्रेकर) बनाए जाने चाहिए। इसके साथ ही, भारी वाहनों की गति सीमा निर्धारित करने और अनावश्यक रूप से रिहायशी इलाकों से गुजरने वाले भारी वाहनों पर रोक लगाने की जरूरत है। उन्होंने घोषणा की कि वे जल्द ही इस गंभीर मुद्दे को लेकर चंदौली के जिलाधिकारी से मुलाकात करेंगे और एक विस्तृत मांगपत्र सौंपकर भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस रणनीति बनाने का आग्रह करेंगे।

ग्रामीणों का आक्रोश और सुरक्षा की गुहार
पूर्व विधायक के दौरे के दौरान ग्रामीणों ने भी अपनी नाराजगी जाहिर की। स्थानीय लोगों का आरोप है कि निर्माण कार्यों में लगे डंपर चालक अक्सर यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाते हैं, जिससे राहगीरों और स्कूली बच्चों का सड़कों पर निकलना दूभर हो गया है। पूर्व विधायक ने पीड़ित परिवार को आश्वस्त किया कि वे उन्हें शासन स्तर से हर संभव आर्थिक मदद दिलाने का प्रयास करेंगे। इस दौरान बड़ी संख्या में स्थानीय नेता और ग्रामीण उपस्थित रहे, जिन्होंने एक स्वर में सड़क सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाने की मांग दोहराई।