भगत सिंह के जन्मदिवस पर गोष्ठी आयोजन, 2047 तक देश को विकसित भारत बनाने की चर्चा
शहीद उद्यान के प्रांगण में विचार गोष्ठी का आयोजन
भारत को विकसित राष्ट्र बनाए जाने विषय पर चर्चा
इन विचारकों ने रखे अपने-अपने विचार
चंदौली जिला की चकिया तहसील अंतर्गत भगत सिंह के जन्मदिवस के अवसर पर भिटिया गांव के शिव मंदिर तथा उसरी गांव के शहीद उद्यान के प्रांगण में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। भगत सिंह विचार मंच के बैनर तले आयोजित गोष्ठी में वर्ष 2047 तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित भारत को विकसित राष्ट्र बनाए जाने विषय पर चर्चा की गई।
भिटिया गांव के शिव मंदिर पर कार्यक्रम का आरंभ शहीद ए आजम भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्ज्वलित किया गया। गोष्ठी में श्याम बिहारी सिंह ने कहा कि विश्व साम्राज्यवाद स्थाई महामंदी में फंसकर तीसरे विश्व युद्ध का कुरुक्षेत्र बनने और बिखंडित होने की ओर अग्रसर हो रहा है। भारतीय क्रांति की सफलता ही नए आज़ाद , अखण्ड और समृद्ध भारत यानी भगत सिंह के सपनों का भारत बन सकता है और यह तभी संभव है जब देश आज़ाद हो और देश पर जनता का राज हो विकास का माडल समाजवादी हो। जनता का दृष्टिकोण वैज्ञानिक और राजनैतिक चेतना उन्नत हो और युवा विज्ञान , तकनीकी विकास और अनुसंधान में विशेष रुचि रखते हों।
अनुभव दास ने कहा कि अभी देश की अर्थ व्यवस्था के 65% हिस्से पर मात्र 1% पूंजीपतियों का कब्जा है। जबकि 90% आबादी के पास मात्र 15% धन है। जबकि अमेरिका की अर्थव्यवस्था 22 ट्रिलियन है। चीन की अर्थव्यवस्था 19 ट्रिलियन है वही भारत की अर्थव्यवस्था मात्र 3.5 ट्रिलियन है। इस देश में भयानक बेरोजगारी, अशिक्षा और असमानता है। ऐसी असमान आर्थिक व्यवस्था में देश को विकसित बनाने का सपना दिखाना केवल मजाक और छलावा है। कार्यक्रम में बच्चों ने ' शहीद ए आजम भगत सिंह' की स्मृति में सोशल मीडिया की गुलामी नामक एकांकी प्रस्तुत कर माहौल को देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत कर दिया। कवि वसीम अहमद की क्रांतिकारी कविताओं ने लोगों में जोश भर दिया ।
इस अवसर लालजी सिंह , तिलकधारी बिंद , रमेश यादव , श्यामलाल मौर्या , अखिलेश दूबे , डॉक्टर गीता शुक्ला , पारस यादव , रामायन राम , इंद्रजीत शर्मा , दीनबंधु सिंह , समीम मिल्की , सुदामा पाण्डेय, राम अवध सिंह आदि ने अपने क्रांतिकारी विचार व्यक्त किया। अध्यक्षता सूर्यनाथ सिंह ने संचालन मिश्रीलाल पासवान ने किया।
इसी प्रकार शहीद उद्यान उसरी में गोष्ठी आयोजित कर भगत सिंह के सपनों का भारत बनाने का संकल्प लिया गया। लोकतंत्र सेनानी रामनिवास पांडेय ने कहा कि वर्तमान समय में जो कॉर्पोरेट पूंजीवाद और सत्ता का गठजोड़ फल फूल रहा है जिससे किसान, मजदूर, नौजवान छात्रों का जो शोषण हो रहा है भगत सिंह के बताए गए रास्तों से ही शोषण मुक्त समाज की स्थापना होगी।एक संपन्न और समृद्धिशाली भारत का सपना तभी साकार होगा जब कुर्सी पर कॉर्पोरेट राजनीति का शासन न होकर जनता का शासन होगा।
गोष्ठी में शंभूनाथ सिंह, परमानंद सिंह, अनिल पासवान, दिनेश यादव, प्रियानंद पांडेय, भृगुनाथ विश्वकर्मा, रामविलास विश्वकर्मा, राजेंद्र यादव, विजय बहादुर आदि लोगों ने संबोधित किया। कार्यक्रम का अध्यक्षता रामनिवास पांडेय ने संचालन लालचंद एडवोकेट ने किया।