सुल्तानपुर हाईवे पर चंदौली जिले के रहने वाले सिपाही की मौत, सड़क हादसे में गंवानी पड़ी हेड कॉस्टेबल को जान
एक के बाद दूसरे बेटे की भी मौत
परिजनो का रो-रो कर बुरा हाल
2004 की नक्सल घटना में बड़े बेटे की गयी थी जान
चंदौली जिले के चकिया के कालिका धाम कॉलोनी निवासी और पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में तैनात हेड कॉंस्टेबल सुजीत कुमार झा (50) की बुधवार की सुबह सुल्तानपुर हाईवे पर सड़क हादसे में मौत हो गई। वह घरेलू सामान लेने के लिए ट्रेनिंग सेंटर से घर जा रहे थे। इसी दौरान वह हाईवे पर तेज रफ्तार ट्रक की चपेट में आ गए। सुजीत की मौत की सूचना से पिता वीरेंद्र झा, पत्नी ईशा झा, पुत्र कुलकित झा और रुद्र कुमार झा रो-रो कर हाल बेहाल हो गए। पिता के साथ उनके परिवार के लोग देर शाम सुलतानपुर पहुंचे और सुजीत के शव को लेकर घर लौटे।
आपको बता दे कि स्थानीय तहसील के भटौली और वर्तमान में मां कालिका धाम कॉलोनी निवासी नगर के ऐतिहासिक माँ काली मंदिर के पुजारी वीरेंद्र झा के बड़े बेटे सुधीर कुमार झा 20 नवंबर वर्ष 2004 को नौगढ़ थाना क्षेत्र के हिनउत घाट पर बम विस्फोट नक्सली हमले का शिकार हो गए थे। हिनौत कांड में ट्रक पर सवार पीएसी के एक दर्जन से अधिक जवान शहीद हो गए थे। इसमें से एक सुधीर कुमार झा भी था। उसी की जगह पर सरकार ने वीरेंद्र झा के दूसरे बेटे सुजीत कुमार झा को पीएसी में नौकरी दी थी।
वीरेंद्र झा के दोनों पुत्रों की ट्रक दुर्घटना में मौत हो चुकी है। अब उनके बुढ़ापे में बहु इशा झा और सुजीत झा के दो पुत्र उनके पोते 13 वर्षीय कुलकित और 8 वर्षीय रुद्र कुमार का सहारा है। वहीं नाबालिग बच्चों के सिर से पिता का साया उठने से घर के परिजनों में गमगीन माहौल हो गया है।