दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल रोशन राजभर ने अंतत इलाज के दौरान दम तोड़ा,  9 मार्च को रोड पर धक्के से रोशन हुआ था घायल

 घायलावस्था में उसे चकिया स्थित जिला संयुक्त चिकित्सालय पहुंचाया गया था जहां हालत गंभीर रहने पर डॉक्टरों ने ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया था।
 


इलिया पुलिस ने नहीं की कोई कार्रवाई

आज तक वाहन चालक के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं

घूरहूपुर का रहने वाला था रोशन राजभर

चंदौली जिला के इलिया थाना अंतर्गत मालदह गांव में अज्ञातवाहन के धक्के से घायल रोशन राजभर 23 वर्ष की अंततः इलाज के दौरान वाराणसी के एक निजी चिकित्सालय में मौत हो गई। दुर्घटना के एक पखवारे से ज्यादा बीत गए पुलिस आज तक अज्ञात वाहन चालक का पता तक नहीं लगा पाई जिसको लेकर क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चा व्याप्त है।

  बता दें कि चकिया कोतवाली क्षेत्र के घुरहूपुर गांव निवासी विजेंद्र राजभर का पुत्र रोशन बीते 9 मार्च को इलिया बाजार से मछली खरीद कर अपने ससुराल बिहार प्रांत के कैमूर जिला अंतर्गत चांद थाना क्षेत्र के हरगांव जा रहा था, जैसे ही वह मालदह गांव के पास पहुंचा कि अज्ञात वाहन की चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हो गया। दुर्घटना इतना जोरदार हुआ था कि बाइक बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी।

 घायलावस्था में उसे चकिया स्थित जिला संयुक्त चिकित्सालय पहुंचाया गया था जहां हालत गंभीर रहने पर डॉक्टरों ने ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया था। एक पखवाड़े तक ट्रामा सेंटर में इलाज के बाद हालत में सुधार ना रहने पर परिवार के लोगों ने उसे वाराणसी के एक निजी चिकित्सालय में दाखिल कराया। जहां इलाज के दौरान मंगलवार की रात उसकी मौत हो गई। मौत की खबर मिलते ही परिजनों में चीख पुकार मच गई। वहीं पूरे गांव में युवक की मौत से कोहराम मच गया। मृत युवक का पिछले वर्ष विवाह हुआ था। पति की मौत की खबर सुनते ही गर्भवती पत्नी मनीषा का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है।

  मृतक के पिता विजेंद्र राजभर का आरोप है कि घटना के एक पखवारे से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी पुलिस आज तक दुर्घटना करने वाले वाहन का पता तक नहीं लगा पाई है। उन्होंने पुलिस की भूमिका पर नाराजगी जतायी है। वहीं इलिया पुलिस की भूमिका को लेकर क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चा व्याप्त है।