घटिया काम के कारण फिर टूट गयी जनकपुर माइनर, फालतू बह रहा पानी
जनकपुर माइनर का पक्का निर्माण टूटा
सिंचाई विभाग की कमियां हुई उजागर
माइनर और नहर को करना पड़ा बंद
तत्काल मरम्मत न होने पर सिंचाई का संकट गहराने का अंदेशा
चंदौली जिला के चकिया तहसील क्षेत्र के लतीफशाह बांध से निकली जनकपुर माइनर मंगलवार की रात में उद्गम स्थल से 200 मीटर की दूरी पर टूट गई है, जिससे माइनर का पानी राइट कर्मनाशा नहर में जाने लगा था। सूचना मिलते ही जनकपुर माइनर तथा राइट कर्मनाशा नहर को बंद कर दिया गया, ताकि आगे नहर को किसी तरह की हानि न होने पाये।
बताते चलें कि किसानों की लाइफ लाइन कही जाने वाली जनकपुर माइनर में पानी की आपूर्ति के लिए क्षतिग्रस्त होने वाले जगह पर पक्का निर्माण कराया गया था। जबकि पक्का निर्माण वाले भाग में 10 फीट तक माइनर बीती रात टूट गई। जिससे पास में गुजरी राइट कर्मनाशा नहर में माइनर का पूरा पानी जाने लगा और नहर ओवरफ्लो होने लगी, जिससे किसी भी क्षण उसके भी टूटने का खतरा गहराने लगा। इसके कारण माइनर और नहर दोनों को बंद करना पड़ा।
पिछले दिनों बारिश न होने से धान की रोपाई के लिए पानी की मांग ज्यादा बढ़ गई थी। इसलिए नहर को पूरी क्षमता से चलाया जा रहा था। मगर जर्जर हो चुकी माइनर पानी के बहाव को बर्दाश्त नहीं कर पायी और उद्गम स्थल से 200 मीटर की दूरी पर ध्वस्त हो गयी। जबकि दूसरी ओर बुधवार को टूटे माइनर की मरम्मत नहीं हो पाई, जिससे किसानों को आगे सिंचाई के लिए पानी का संकट होने का खतरा दिखाई दे रहा है।
इस समस्या को लेकर किसान राजेंद्र प्रसाद, रामनिवास पांडेय, कपिल देव सिंह, संदीप, उमाशंकर सिंह, रमेश पांडेय, शिवपूजन सिंह आदि ने माइनर के तत्काल मरम्मत का मांग किया है।
वहीं सिंचाई विभाग के अवर अभियंता मुनिराज यादव ने बताया कि सुबह से बारिश होने के चलते मिट्टी ना मिलने के कारण मरम्मत कार्य में विलंब हो रहा है। मौसम सही होते ही मरम्मत कराकर माइनर को सुचारू रूप से चालू कर दिया जाएगा।