चकिया के मां काली मंदिर पोखरा में घाटों के साफ सफाई के साथ छठ पूजा की तैयारी शुरू

छठ पूजा में कई तरह की तैयारी करनी पड़ती है और इसे एक कठिन व्रत माना जाता है। हिंदू धर्म में छठ पूजा का बहुत अधिक महत्व है। इससे सूर्य देवता के साथ छठी मैया की भी पूजा की जाती है।
 

दिवाली से पहले छठ घाटों की साफ-सफाई शुरू

मां काली सेवा समिति की पहल

समिति के अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान रहे शामिल


चंदौली जिला के चकिया में दिवाली से पहले छठ घाटों की साफ-सफाई शुरू हो चुकी है। शनिवार को जय मां काली सेवा समिति सहदुल्लापुर के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने मां काली जी मंदिर परिसर में स्थित पोखरे की साफ सफाई की शुरुआत कर दिया है।
समिति के अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान ने बताया कि छठ पूजा के कुछ दिनों पहले से ही मां काली जी मंदिर परिसर में स्थित पोखरे की साफ सफाई को पूरा कर लिया जाएगा। समिति के संरक्षक गुरुदेव चौहान ने बताया कि छठ पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। दिवाली के समय से छठ की तैयारी शुरू हो जाती है यह दिवाली के 6 दिन बाद छठ पूजा बड़े धूमधाम से मां काली जी मंदिर परिसर के पोखरे में मनाया जाता है इस पर्व की तैयारी कई दिन पहले से ही शुरू हो जाती है।


 बताया कि छठ पूजा में कई तरह की तैयारी करनी पड़ती है और इसे एक कठिन व्रत माना जाता है। हिंदू धर्म में छठ पूजा का बहुत अधिक महत्व है। इससे सूर्य देवता के साथ छठी मैया की भी पूजा की जाती है। इस साल 19 अक्टूबर को यह पर्व मनाया जाएगा। साथ ही समिति के संरक्षक गुरुदेव चौहान ने बताया कि दूर दराज से आए हुए व्रती महिलाओं के लिए रुकने ठहरने तथा अलाव इत्यादि की व्यवस्था की जाती है। इसमें सबसे ज्यादा सहयोग जय मां काली सेवा समिति के कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारी के सहयोग से ही संपन्न होता है।