सिंचाई विभाग की लापरवाही से टूटी नहर, किसानों में आक्रोश

विभागीय लापरवाही का नतीजा यह हुआ कि कुछ समय पहले इसी स्थान पर तीन वर्षीय बच्चे की गिरकर मौत हो चुकी है। हादसे के बाद पुलिस ने शव को बरामद किया था, लेकिन उसके बाद भी विभाग की नींद नहीं टूटी।
 

कर्मनाशा सिस्टम की राइट कैनाल से निकली है लेहरा माइनर

जगह-जगह टूटने से परेशान हैं किसान

अवर अभियंता दीपक मिश्रा ने मौके का निरीक्षण तक नहीं किया

चंदौली जिले के कर्मनाशा सिस्टम की राइट कैनाल से निकली लेहरा शाख की दुर्दशा ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है। नहर घास-फूस से पूरी तरह भर चुकी है, जिससे सिंचाई के लिए पानी नीचे के खेतों तक नहीं पहुंच पा रहा है। लेहरा गांव के पास नहर की पश्चिमी पटरी करीब 15 फीट तक टूट चुकी है, लेकिन सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने अब तक कोई सुधारात्मक कदम नहीं उठाया है।

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स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि अवर अभियंता दीपक मिश्रा ने मौके का निरीक्षण तक नहीं किया। विभागीय लापरवाही का नतीजा यह हुआ कि कुछ समय पहले इसी स्थान पर तीन वर्षीय बच्चे की गिरकर मौत हो चुकी है। हादसे के बाद पुलिस ने शव को बरामद किया था, लेकिन उसके बाद भी विभाग की नींद नहीं टूटी।

किसान विकास मंच के सदस्यों ने इस मुद्दे पर सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता हरेंद्र कुमार और असिस्टेंट इंजीनियर राकेश तिवारी से वार्ता की। उन्होंने दो दिन के अंदर नहर की मरम्मत न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। मंच के कार्यकर्ताओं—चिरंजीव सिंह पटेल, अशोक द्विवेदी, अतुल पांडेय, संजय पांडेय, अनिल पांडेय, चंदन सिंह और सुशील पांडेय—ने कहा कि विभाग की निष्क्रियता किसानों के हितों पर कुठाराघात है।

किसानों ने प्रशासन से तुरंत कार्रवाई और जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्यवाही की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर जल्द समाधान नहीं हुआ, तो वे आंदोलन के लिए मजबूर होंगे।