मानसिक स्वास्थ्य शिविर में 300 मरीजों को मिला चिकित्सकीय परामर्श
 

शहाबगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र परिसर में मंगलवार को राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य शिविर कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. युगल किशोर राय ने फीता काटकर किया। 
 

शहाबगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र लगा कैंप

राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य शिविर कार्यक्रम

मानसिक रोगों के उपचार का प्रचार प्रसार जरूरी

चंदौली जिले के शहाबगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र परिसर में मंगलवार को राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य शिविर कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. युगल किशोर राय ने फीता काटकर किया। 

इस मौके पर उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन अलग-अलग स्थानों पर किया जा रहा है। इस शिविर के माध्यम से मानसिक रूप से पीड़ित व्यक्ति को  परामर्श  व उपचार देकर किया जाता है, क्योंकि इस भाग दौड़ की जिन्दगी में सभी लोग परेशान हैं। ऐसी स्थिति में लोगों समुचित इलाज बहुत ही महत्वपूर्ण पूर्ण हो जाता है।

मनोचिकित्सक डॉ नितेश सिंह ने कहा कि मानसिक रोग का मुख्य लक्षण नींद न आना, बीच-बीच में नींद का टूटना, तनाव, घबराहट, उलझन, आत्महत्या का विचार आना, बेवजह शक करना, बिना वजह हंसना, मुस्कुराना, बुदबुदाना, भूत-प्रेत, जिन्न आदि की छाया का भ्रम होना, बच्चों की पढ़ाई लिखाई में ध्यान न लगाना, मिर्गी व बेहोशी जैसे लक्षण होना मानसिक रोगी होने की दशा है। ऐसे लक्षण मिलने पर तुरंत मनोचिकित्सक से मिलकर चिकित्सीय परामर्श लेना चाहिए। क्योंकि इसका इलाज नहीं करने पर समय बीतने के साथ गंभीर बीमारी को जन्म देता है।

मानसिक स्वास्थ्य शिविर में 300 मरीजों को परामर्श के साथ उपचार किया गया। इस दौरान प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. नीलेश मालवीय, अजय कुमार, नताशा कश्यप, डाक्टर रजनीश, विनय, अमित, डॉक्टर रचना, एनम लालमनि, लालती, कंचन, जया शर्मा, आलिया खातून, सीएचओ निरंजन पाण्डेय, रघुनंदन, निवेश, फर्मासिस्ट राघवेन्द्र, हरिद्वार सहित आदि स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे।