शहाबगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर समय से नहीं पहुंचते चिकित्सक

शनिवार को मझुई गांव के कादिर की बेटी सबरीना 19 वर्ष छत से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गयी। परिजन इलाज के लिए आये तो अस्पताल में कोई डाक्टर ही नही था।
 

नाराज ग्रामीणों ने किया PHC प्रर्दशन

इलाज के नहीं मिल रहा था डॉक्टर

शिकायत के बाद CMO ने की व्यवस्था

11बजे महिला अस्पताल की डाक्टर ने संभाली OPD की कमान

चंदौली जिले के शहाबगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की स्वास्थ्य व्यवस्था बेपटरी हो गई है। अस्पताल आने की कोई समय सारणी ही निर्धारित नही है जिसके कारण मरीजों को परेशानी उठानी पड़ रही है। शनिवार को 11 बजे तक किसी चिकित्सक नही पहुंचने से नाराज मरीजों व उनके तीमारदारों ने प्रदर्शन कर विरोध जताया। वही चिकित्सकों के उपस्थित नही होने की जानकारी पर जच्चा बच्चा-बच्चा केन्द्र पर नियुक्त डाक्टर कांति त्रिपाठी को भेजकर ओपोडी प्रारंभ कराया।


प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर नियुक्त प्रभारी चिकित्साधिकारी डाक्टर निलेश मालवीय के ट्रेनिंग पर चले जाने के कारण चिकित्सा व्यवस्था बेपटरी हो गयी है। बताया जा रहा है कि शनिवार को मझुई गांव के कादिर की बेटी सबरीना 19 वर्ष छत से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गयी। परिजन इलाज के लिए आये तो अस्पताल में कोई डाक्टर ही नही था। इनके अलावा गोविन्दीपुर के लक्ष्मण, ठेकहां के अनुज कुमार, पालपुर के शिवकुमार, भुड़कुड़ा के छोटक व एकौना की छाया भी इलाज के लिए पहुंची, लेकिन काफी इंतजार के बाद ग्रामीणों को मौके पर कोई डॉक्टर नहीं मिला, जिसके बाद लोगों ने मामले की जानकारी सीएमओ को दे दी।

वही अस्पताल परिसर में हाथ उठाकर विरोध जताया।  स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही की जानकारी पर जच्चा-बच्चा केन्द्र पर नियुक्त डाक्टर को इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के ओपीडी में भेजा। उसके बाद इलाज मरीजों का इलाज प्रारंभ हुआ। ग्रामीणों ने बताया कि ओपोडी से लेकर इमर्जेंसी सेवा पुरी तरह ठप्प हो गया है।

सीएमओ ने बताया कि डाक्टर के ट्रेनिंग में जाने के कारण समस्या हो रही है।एक डाक्टर को चार्ज लेने के लिए भेजा गया है। जल्द ही वहां की व्यवस्था सुधर जाएगी।