पंचायत भवन पशुओं का बना तबेला, ढोढनपुर गांव का हाल-बेहाल
 

शहाबगंज विकासखंड के सुदूर वनांचल में ढोढनपुर ग्राम स्थित है। गांव के विकास के लिए सरकार की संचालित योजनाओं के तहत लाखों रुपए खर्च करके पंचायत भवन का निर्माण कराया गया।
 
Panchayat Bhawan

लाखों रुपए खर्च कर बनाया गया था पंचायत भवन

अब धूमने वाले पशुओं का बना है तबेला

भवन के सभी कमरों में लटका रहता है ताला

खुले गेट के अंदर छुट्टा पशु करते हैं विचरण

प्रधान व अधिकारी बने हैं अनजान

चंदौली जिला के शहाबगंज विकासखंड की सुदूर वनांचल में स्थित ग्राम पंचायत ढोढनपुर के पंचायत भवन में बराबर ताला लटका रहता है। पंचायत भवन के बाहर पशुओं का तबेला बना हुआ है। भवन का मुख्य गेट बराबर खुला रहने से उसका निजी प्रयोग हो रहा है। वहीं बाउंड्री के अंदर छुट्टा पशु विचरण कर रहे हैं। जिससे शासन की योजना यहां पूरी तरह से फ्लॉप हो गई है।

Panchayat Bhawan

बताते चलें कि शहाबगंज विकासखंड के सुदूर वनांचल में ढोढनपुर ग्राम स्थित है। गांव के विकास के लिए सरकार की संचालित योजनाओं के तहत लाखों रुपए खर्च करके पंचायत भवन का निर्माण कराया गया। जिसके लिए पंचायत सहायक डाटा एंट्री ऑपरेटर की नियुक्ति भी की गई। लेकिन आज तक यहां बिजली तक की व्यवस्था नहीं की गई।

 पंचायत सहायक की नियुक्ति होने के बाद कंप्यूटर से लेकर सारा सामग्री रखने की हिदायत भी दी गई। ताकि ग्रामीणों को गांव में ही कुटुंब रजिस्टर,खसरा, खतौनी, आय, जाति, निवास अन्य अभिलेख पंचायत भवन पर ही मिल सके। लेकिन पंचायत भवन पर बराबर ताला लटके रहने से ग्रामीणों को कुटुंब रजिस्टर की नकल जैसे कार्य के लिए 25 किलोमीटर की दूरी तय कर ब्लॉक मुख्यालय का चक्कर काटने को मजबूर होना पड़ता है। अमरनाथ मौर्य, सुनील विश्वकर्मा, कमला बनवासी, चंद्रशेखर आदि का कहना है कि पंचायत भवन बराबर बंद रहने की शिकायत करने के बाद भी अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। जिससे ग्रामीणों को सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है।

  इस संदर्भ में खंड विकास अधिकारी दिनेश सिंह ने कहा कि ग्रामीणों की सहूलियत के लिए पंचायत भवन का निर्माण कराया गया है। यदि भवन में ताला बंद रहता है कार्यों का संचालन नहीं होता है, और उसका दुरुपयोग हो रहा है तो इसकी जांच कर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।