बेमौसम बरसात ने तोड़ी ईंट भट्ठा उद्योग की कमर, कई लाख की कच्ची ईंटे गलकर हुई बर्बाद

मंगलवार की सुबह से हो रही बारिश में क्षेत्र के काजल ईट उद्योग जनकपुर, साईं ईंट उद्योग शाहपुर, बरहुआ, सैदूपुर, उसरी के ईट भट्ठों में लाखों के कच्ची ईंटें गलकर बर्बाद हो गईं।
 

चंदौली जिला के चकिया तहसील क्षेत्र में मंगलवार की सुबह से रुक-रुक हो रही कभी रिमझिम तो कभी झमाझम बारिश ने ईंट कारोबारियों को भारी नुकसान पहुंचाया है। बेमौसम बारिश ने क्षेत्र के ईंट भट्ठा संचालकों की कमर तोड़ दी है।

 मंगलवार की सुबह से हो रही बारिश में क्षेत्र के काजल ईट उद्योग जनकपुर, साईं ईंट उद्योग शाहपुर, बरहुआ, सैदूपुर, उसरी के ईट भट्ठों में लाखों के कच्ची ईंटें गलकर बर्बाद हो गईं। ईंट भट्ठों में लाखों की संख्या में कच्ची ईंटों को खुले में सूखने के लिए रखा गया था। सूखने के बाद उन्हें ईंट भट्ठे के चैंबर में डालकर पकाया जाता है। दिसंबर से जून तक कच्ची ईंटें तैयार होती हैं और पकाने के बाद उनकी बिक्री होती है। इसी बीच मंगलवार को सुबह से हो रही रिमझिम व बीच-बीच में हुई तेज बरसात ने कच्ची ईंटें बर्बाद कर दीं।

इसे भी पढ़ें - चंदौली की पूर्व विधायक साधना सिंह ने राज्यसभा के लिए किया नामांकन, मुख्यमंत्री सहित कई दिग्गज रहे मौजूद

ईंट भट्ठा संचालकों के अनुसार तेज बरसात से ईंट भट्टों पर पकने के लिए तैयार की गई ईंटें पानी में गलकर खराब हो गईं। ईंट भट्ठा संचालकों के अनुसार बारिश के चलते पांच से दस लाख रुपये का नुकसान हुआ है। लाखों की संख्या में कच्ची ईंटें बारिश की भेंट चढ़ चुकी हैं।