व्यास पीठ पर माल्यार्पण करके पूर्व विधायक ने शुरू कराई रामकथा, उमाकांत अग्निहोत्री सुना रहे कथा

चंदौली जिले के शहाबगंज क्षेत्र के कर्मनाशा नदी के तट पर बाबा मुरलीधर के प्रांगण में चल रहे संगीतमय रामकथा के दौरान कथावाचक पंडित उमाकांत अग्निहोत्री ने कहा कि....
 

 पूर्व विधायक ने शुरू कराई रामकथा

उमाकांत अग्निहोत्री सुना रहे कथा

चंदौली जिले के शहाबगंज क्षेत्र के कर्मनाशा नदी के तट पर बाबा मुरलीधर के प्रांगण में चल रहे संगीतमय रामकथा के दौरान कथावाचक पंडित उमाकांत अग्निहोत्री ने कहा कि प्रभु श्रीराम, माता जानकी व भैया लखन जी जब चित्रकूट से प्रस्थान करने के बाद महर्षि अत्रि व माता अनुसुइया के आश्रम पहुंचे जहां माता ने सभी अतिथियों का आदर सत्कार किया।


इस दौरान पतिव्रता धर्म के बारें में जानकी जी को बताया। कथा को आगे बढ़ाते हुए व्यास ने कहा कि उस समय माता अनुसुइया से पतिव्रता कोई स्त्री नही थी। जिनके सतित्व की चर्चा तीनों लोक में थी। माता की परीक्षा लेने जब त्रिदेव उनके आश्रम में पहुंचे तो उनको बालक रुप में स्तनपान कराकर पतिव्रता धर्म की रक्षा किया। इस लिए आज भी स्त्री माता अनुसुइया व माता सीता के जीवन को आत्मसात करलें तो कितना भी विपत्ति या आसुरी शक्ति आक्रमण करें। वह अपने को बचाकर रख सकेंगी। क्योंकि रावण ने जब माता का हरण कर लिया उसके बाद भी अपने पतिव्रता धर्म को नहीं छोड़ा और उसकी रानी बनना स्वीकार नहीं किया।


कथा का प्रारम्भ पूर्व विधायक जितेंद्र कुमार ने व्यास पीठ पर मल्यार्पण करके किया। इस दौरान अनिल सिंह, चन्द्र पाल,मुकेश ,अमर देव उर्फ पिंटू बाबा, रामकृत एडवोकेट, ग्रामप्रधान यदुनाथ सिंह, पूर्व प्रधान अनिल गुप्ता, अभिषेक वर्मा, सुनिल चौहान, मिथिलेश कुमार, रमेश,दरोगा राम,रामराज, नारायण चौहान, सुनिल यादव, होसिला विश्वकर्मा, पारस चौहान, सिंघाड़े, शंभू सहित आदि गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।