साधु संतों का सम्मान करने से होता है आदर्श समाज का निर्माण, रामकथा में बोले हेमंत उपाध्याय

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लठियां कला गांव के हनुमान मंदिर परिसर में जन कल्याण तीन दिवसीय श्री राम कथा के दूसरी निशा रविवार को संबोधित करते हुए कथा व्यास हेमंत उपाध्याय ने कहा कि साधु संतों का सम्मान करना आदर्श संस्कार की पहचान है जिससे अच्छे समाज का उत्थान होता है ।
 

चंदौली जिला के लठियां कला गांव के हनुमान मंदिर परिसर में जन कल्याण तीन दिवसीय श्री राम कथा के दूसरी निशा रविवार को संबोधित करते हुए कथा व्यास हेमंत उपाध्याय ने कहा कि साधु संतों का सम्मान करना आदर्श संस्कार की पहचान है जिससे अच्छे समाज का उत्थान होता है ।

उन्होंने कहा कि बेटिया घर की आंगन होती है बेटियों के बिना आंगन अधूरा होता है। अगर बेटा भाग्य से होता है तो बेटियां सौभाग्य से होती हैं। बेटियों के बिना संसार का कल्पना नहीं किया जा सकता  बेटियां से सृष्टि व समाज का निर्माण होता है।

श्रीउपाध्याय जी ने कहा कि प्रभु श्री राम जन कल्याण के लिए बनवास गए थे। जिससे प्रभु श्री राम को मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम की संज्ञा दी गई। व्यास हेमंत उपाध्याय ने  कहा कि अगर भक्ति देखनी है तो माता शेवरी के भाव को देखिए जिससे प्रभु श्री राम ने जूठा बेर खाकर  माता शेवरी का जीवन का उद्धार किया था।‌ ऐसे ही प्रभु श्री राम उदार दाता है।

इस अवसर पर भाजपा चकिया दक्षिणी के मंडल अध्यक्ष डॉ कुंदन गोंड, अल्पसंख्यक मंडल अध्यक्ष रशीद अहमद, संतोष मिश्रा, जयप्रकाश मिश्रा, कृष्णानंद पांडेय, संगम पांडेय, राधिका देवी, अनीता मिश्रा, बिट्टू देवी, पुष्पा मिश्रा, कोमल मिश्रा, पूजा पांडेय, श्रेया मिश्रा, उषा  सहित तमाम लोगों ने कथा का रसपान किया।