सैदूपुर फीडर से 24 घंटे में सिर्फ 2 घंटे मिली सप्लाई, अंधेरे में डूबे रहते हैं इलाके के 40 गाँव

 

चंदौली के चकिया क्षेत्र में बिजली संकट से हाहाकार मचा है। सैदूपुर फीडर से जुड़े 40 गाँवों में बीते 24 घंटे में मात्र 2 घंटे बिजली मिलने से नाराज ग्रामीणों ने अब बिजली विभाग के खिलाफ मोर्चा खोलने और आंदोलन की चेतावनी दी है।

 
 

40 गाँवों में छाया बिजली का संकट

24 घंटे में सिर्फ 2 घंटे आपूर्ति

पेयजल और कृषि कार्यों पर असर

जेई पर फोन न उठाने का आरोप

चंदौली जनपद के चकिया विद्युत उपकेंद्र के अंतर्गत आने वाले सैदूपुर फीडर ने हजारों ग्रामीणों की रातों की नींद उड़ा दी है। पिछले 24 घंटों के दौरान इस फीडर से जुड़े ग्रामीण इलाकों में बिजली की आपूर्ति पूरी तरह चरमरा गई है। आंकड़ों की बात करें तो पूरे दिन और रात को मिलाकर केवल 2 घंटे ही बिजली उपलब्ध कराई गई, जिसके चलते करीब 40 गाँवों की एक बड़ी आबादी अंधेरे में रहने को मजबूर है। वनांचल क्षेत्र होने के कारण रात के समय बिजली न होने से सुरक्षा का खतरा भी बना रहता है, जिससे ग्रामीणों में भय और असुरक्षा का माहौल है।

गाँव और कस्बे के लोगों का दैनिक जीवन प्रभावित  
सैदूपुर फीडर से जुड़े मगरौर, गांधीनगर, बरहुआ, सैदूपुर, सरैया, बसाढ़ी, शाहपुर, उसरी, बेलावर, पालपुर, मनकपड़ा, रसिया, बिशनपुरवां, लेहरा, रामशाला, खोजापुर, सुल्तानपुर, अर्जी, ईसापुर, घुरहूपुर, बनरसिया, इसरगोढ़वा, खझरा और मालदह सहित दर्जनों गाँवों में बिजली की स्थिति दयनीय बनी हुई है। बिजली के इस लंबे कट के कारण केवल प्रकाश ही नहीं, बल्कि पेयजल का संकट भी गहरा गया है। नलों में पानी न आने से लोगों को दूर-दराज के हैंडपंपों पर निर्भर होना पड़ रहा है। इसके साथ ही छात्रों की पढ़ाई और किसानों के सिंचाई कार्यों पर भी इसका अत्यंत प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।

सरकारी दावों की पोल खुलने लगी पोल
 एक ओर जहाँ प्रदेश शासन गाँवों को 24 घंटे में से कम से कम 18 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति देने का दावा कर रहा है, वहीं सैदूपुर फीडर की हकीकत इन दावों को पूरी तरह खोखला साबित कर रही है। ग्रामीणों का सबसे बड़ा आरोप बिजली विभाग के अधिकारियों की संवेदनहीनता को लेकर है। लोगों का कहना है कि समस्या की जानकारी देने या फाल्ट के बारे में पूछने के लिए जब अवर अभियंता (जेई) को फोन किया जाता है, तो उनका फोन नहीं उठता या बंद आता है। अधिकारियों की इस बेरुखी ने ग्रामीणों के गुस्से में घी डालने का काम किया है।

आंदोलन की चेतावनी के साथ ग्रामीणों का बढ़ रहा रोष
 बिजली विभाग की कार्यप्रणाली से क्षुब्ध होकर ग्रामीणों ने अब आर-पार की लड़ाई का मन बना लिया है। क्षेत्र के संभ्रांत नागरिकों और युवाओं ने चेतावनी दी है कि यदि अगले 24 घंटों के भीतर सैदूपुर फीडर की बिजली आपूर्ति सुचारू रूप से बहाल नहीं की गई, तो वे तहसील मुख्यालय या उपकेंद्र का घेराव करेंगे। ग्रामीणों का कहना है कि वे बिजली का बिल समय पर जमा करते हैं, लेकिन सुविधा के नाम पर उन्हें सिर्फ आश्वासन और अंधेरा मिल रहा है। प्रशासन से मांग की गई है कि इस समस्या का स्थायी समाधान निकाला जाए ताकि किसानों और विद्यार्थियों को और अधिक कष्ट न झेलना पड़े।