सपा बाबा साहब के संविधान और लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई जारी, सपा लगा रही है पीडीए चौपाल

शहाबगंज क्षेत्र के जेंगुरी गांव में समाजवादी पार्टी के नेताओं ने पीडीए जन चौपाल का आयोजन किया,  जिसमें संविधान को बचाने की शपथ दिलाई गयी और डॉ. भीमराव आंबेडकर के विचारों को जन-जन तक पहुंचाया गया।
 

सपा लड़ रही है संविधान को बचाने की लड़ाई

सपा नेता प्रभु नारायण यादव ने रखी अपनी बात

2027 में सरकार बनाने के लिए अभी से जुटें कार्यकर्ता

चंदौली जिले के शहाबगंज क्षेत्र के जेंगुरी गांव में समाजवादी पार्टी के नेताओं ने पीडीए जन चौपाल का आयोजन किया,  जिसमें संविधान को बचाने की शपथ दिलाई गयी और डॉ. भीमराव आंबेडकर के विचारों को जन-जन तक पहुंचाया गया। यह अभियान गणतंत्र दिवस के एक दिन पहले 25 जनवरी तक चलेगा।

 पीडीए चर्चा के कार्यक्रम में पार्टी के सभी जनप्रतिनिधि व सभी पदाधिकारी सक्रिय रूप से शामिल रहे पर। वहीं पीडीए चर्चा कार्यक्रमों में मतदाताओं को जागरूक किया गया। सामाजिक न्याय, आरक्षण, बेरोजगारी, महंगाई और स्थानीय मुद्दों पर चर्चा की गयी। पीडीए समाज को अधिकार और भागीदारी से अवगत कराकर उन्हें एकजुट किया गया।

मौके पर समाजवादी पार्टी के विधानसभा अध्यक्ष प्रभु नारायण यादव ने कहा कि बाबा साहब ने संविधान बनाकर गरीबों, वंचितों, पिछड़ों, दलितों, अल्पसंख्यकों आदिवासियों और महिलाओं को अधिकार और सम्मान दिलाया। उनका संविधान पीडीए की ताकत और संजीवनी है। सपा बाबा साहब के संविधान और लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई लड़ रही है। उन्होंने कहा कि सपा लोकतंत्र पर होने वाले हर हमले का मुकाबला करेगी। सपा देश की इकलौती पार्टी है, जिसके नाम में वही समाजवाद है, जो हमारे संविधान की प्रस्तावना में है। भाजपा सरकार का रवैया तानाशाही है। किसान अपनी मांगों को लेकर धरना  पर बैठ रहे हैं, लेकिन इस सरकार को किसानों की पीड़ा नहीं दिख रही है।

सपा नेता महमूद आलम ने कहा कि नौजवान नौकरी और रोजगार के लिए परेशान हैं। भाजपा सरकार के इशारे पर अधिकारी निर्दोषों को फर्जी मामलों में फंसाते हैं। समाजवादियों को बदनाम करने के लिए भाजपा झूठे आरोप गढ़ती है। भाजपा की साजिश से लोगों को सावधान करना है। वर्ष 2027 में सरकार बनाने के लिए कार्यकर्ताओं को दिन-रात एक करके काम करना है।

 इस दौरान महेंद्र राव, त्रिलोकी पासवान, सीपी खरवार, दशरथ सोनकर, प्रेम यादव, दिनेश यादव, शमीम अहमद आदि लोगों उपस्थित रहे। वहीं कार्यक्रम का संचालन मुस्ताक अहमद व वह अध्यक्षता राजनाथ सिंह ने किया।