एक दिवसीय संगोष्ठी व सम्मान समारोह का राजकीय हाईस्कूल में किया गया आयोजन
निबंध प्रतियोगिता के 30 विजेता छात्राओं को मिले शील्ड व प्रणाम पत्र
शिक्षण सामग्री का भी किया गया वितरण
पूर्वांचल पोस्ट फाउंडेशन द्वारा आयोजित था कार्यक्रम
चंदौली जिले में शहाबगंज विकास क्षेत्र के मूसाखाड़ राजकीय हाई स्कूल के परिसर में मंगलवार को स्वस्थ समाजों के निर्माण में शिक्षा की भूमिका विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी व सम्मान समारोह का देश के प्रथम प्रधानमंत्री स्वर्गीय पंडित जवाहरलाल नेहरू जी के जन्मदिवस (बाल दिवस) के पूर्व संध्या पर पूर्वांचल पोस्ट फाउंडेशन द्वारा आयोजित किया गया ।
आपको बता दें कि गोष्ठी व सम्मान समारोह का शुभारंभ सीआरपीएफ कमांडेंट श्यामसुंदर, प्राचार्य संगीता सिन्हा, काशी विद्यापीठ पत्रकारिता संस्थान के प्रोफेसर ओम प्रकाश सिंह, प्रधानाचार्य डाक्टर मुकेश ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित कर किया। संगोष्ठी के दौरान 9 नवम्बर को राजकीय हाईस्कूल स्कूल में आयोजित निबंध प्रतियोगिता के 30 विजेताओं को शील्ड, प्रणाम पत्र व शिक्षण सामग्री वितरित किया गया। वहीं 150 छात्र छात्राओं को शिक्षण सामग्री, जनरल नालेज व स्पीकिंग की बुक वितरित किया गया।
शिक्षित व्यक्ति ही स्वस्थ समाज की स्थापना करता है - सीआरपीएफ कमांडेंट
संगोष्ठी के दौरान सीआरपीएफ कमांडेंट श्याम सुंदर कहा कि इंसान पढ़-लिखकर ही समाज में अपना स्थान बना सकता है। समाज में यदि आपको तरक्की करनी है तो शिक्षा को हथियार बनाना होगा। ज्ञान वही अच्छा है जो समाज के उत्थान के काम आए। शिक्षित व्यक्ति ही स्वस्थ समाज की स्थापना करता है । हमेशा अपने कर्तव्यों के प्रति वफादार होना चाहिए।
आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ पारिवारिक शिक्षा मानव के सर्वांगीय विकास के लिए बहुत जरूरी - प्राचार्य डाक्टर संगीत सिन्हा
सावित्रीबाई फुले राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय की प्राचार्या संगीता सिन्हा ने कहा कि शिक्षा के प्रसार के लिए समाज का जागरूक होना बहुत आवश्यक है। शिक्षा से मनुष्यता का जन्म होता है तथा समाज को तरक्की के रास्ते पर ले जाया जा सकता है। ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा की स्थिति पहले से बेहतर हुई है, लेकिन अभी भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए लोगों को दूरदराज जाना पड़ रहा है। अब समय है कि ग्रामीण क्षेत्र में भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जाए। जिससे शिक्षा का बेहतर प्रसार हो सके।आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ पारिवारिक शिक्षा मानव के सर्वांगीय विकास के लिए बहुत जरूरी।
शिक्षा एक संस्कार हैं- प्रोफेसर ओम प्रकाश सिंह
प्रोफेसर ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में पिछले समय में स्थिति बेहतर नहीं थी लेकिन अब जागरूकता और शिक्षा के प्रसार के द्वारा सुधार आया है। गोष्ठी और सम्मान समारोह के दौरान पूर्वांचल पोस्ट फाउंडेशन द्वारा प्रतिभा करने वाले बच्चों को सम्मानित करते हुए ड्रम बॉक्स सहित शिक्षा में उपयोग होने वाली सामग्रियों का वितरण किया गया। शिक्षा ग्रहण करना एक तपस्या है। मोबाइल का प्रयोग ज्ञान अर्जन के लिए करना चाहिए। छात्रों के सर्वांगीय विकास में शिक्षक माता-पिता का महत्वपूर्ण स्थान होता है ।
बता दें कि बाल दिवस के पूर्व संध्या पर 9 नवंबर को राजकीय हाई स्कूल के परिसर में कक्षा 10 व 9 के साथ साथ कक्षा 8,7,6 के 85 छात्रों ने आयोजित निबंध प्रतियोगिता में भागकर लेकर विजेता बने। संगोष्ठी के दौरान प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले व 15 सांत्वना पुरस्कार प्राप्त करने को छात्रों को अतिथियों के करकमलों द्वारा प्रमाण पत्र, शील्ड, शिक्षण सामग्री वितरित किया गया। कक्षा 10 वी में प्रथम स्थान दृष्टि विश्वकर्मा, द्वितीय स्थान स्मिता ,तृतीय स्थान श्रद्धा, कक्षा 9 वी में प्रथम स्थान अमित कुमार , द्वितीय स्थान राखी एवं तृतीय स्थान प्रिया जायसवाल, कक्षा 8 वी में प्रथम स्थान शुभम कुमार, द्वितीय स्थान गौरी एवं तृतीय स्थान मीनाक्षी । भारत के विकाश में शिक्षा की भूमिका पर भाषण अंशिका अरुण ने देकर उपस्थित अतिथियों का मन मोह लिया।
संगोष्ठी के दौरान हाई स्कूल के प्रधानाचार्य डॉक्टर मुकेश श्रीवास्तव, ग्राम विकास अधिकारी श्री चंद, समाजसेवी मुस्ताक अहमद, राजकीय डिग्री कलेज के प्रवक्ता डॉ रमाकांत गोंड, पत्रकार अरुण ने अपने विचार रखें।
इस दौरान प्रबंधक प्रशांत कुमार, मिथिलेश कुमार, उमाशंकर मौर्य, कोषाध्यक्ष अमरदीप गुप्ता, लव सोनकर, शिक्षकगण विवेक यादव , धनशेखर यादव, अनिल कुमार, श्रीराम , महेंद्र प्रताप कार्यक्रम का सफल संचालन देवेंद्र कुमार मिश्र ने किया। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन पत्रकार अरुण कुमार ने किया।