महिला शिक्षामित्र सुमन ने लगायी फांसी, घर में लटकती मिली लाश
कम मानदेय से नहीं होता था परिवार का भरण पोषण
अवसाद से ग्रसित रहती थी महिला शिक्षामित्र
बेरोजगार पति से बराबर होती थी किच-किच
चंदौली जिला के चकिया कोतवाली क्षेत्र के सैदूपुर कस्बा में गुरुवार की शाम महिला शिक्षामित्र सुमन (40 वर्ष) संदिग्ध परिस्थितियों में गले में फांसी का फंदा लगाकर अपनी इहलीला समाप्त कर ली। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर चकिया जिला संयुक्त चिकित्सालय के मर्चरी में रखवा दिया है।
सैदूपुर कस्बा के वासुदेव मौर्य की पुत्री सुमन कस्बा के प्राथमिक विद्यालय द्वितीय में शिक्षामित्र के पद पर कार्यरत थी। मृतिका का विवाह शहाबगंज थाना क्षेत्र के भोडसर गांव निवासी स्वर्गीय मेखुर के पुत्र रामभजन मौर्य से हुआ था। मृतका को 14 वर्ष की पुत्री श्रेया तथा पुत्र शिवम 12 वर्ष था। वह पति और बच्चों के साथ सैदूपुर कस्बा में ही मकान बनाकर रहती थी।
पति बेरोजगार रहने के कारण शिक्षामित्र की नौकरी से मिलने वाले मानदेय से परिवार का भरण पोषण ठीक ढंग से नहीं होता था। जिसके कारण वह अवसाद से ग्रसित रहती थी। वहीं पति-पत्नी में आए दिन किच-किच हुआ करती थी। घटना के वक्त दोनों बच्चे कोचिंग के लिए गए हुए थे, उसी वक्त वह रोशनदान की एंगल में साड़ी का फंदा गले में लगाकर लटक गई।
मृतका के भाई अजय मौर्य ने बताया कि उसके पति का व्यवहार पत्नी के प्रति ठीक नहीं था। आए दिन दोनों में लड़ाई झगड़ा होता रहता था। घटना के वक्त भी उसका पति मौके पर मौजूद था। घटना के बाद बाहर का दरवाजा बंद करके वह घर से भाग गया। जबकि पुलिस वापस थाना जाते वक्त सैदूपुर कस्बा में मौजूद मृतका के पति रामभजन को पूछताछ के लिए पकड़कर थाने ले गई।
थानाध्यक्ष अतुल कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का प्रतीत होता है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मामले का खुलासा हो पाएगा।