सेमिनार में स्कूल के बच्चों को पर्यावरण, प्रदूषण व मांसाहार की दी गयी जानकारी
 

चंदौली जिला के चकिया तहसील अंतर्गत सरैया गांव के एक निजी संस्थान के स्कूल में मंगलवार को पर्यावरण और शाकाहार विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया।
 

पॉलिथीन के प्रयोग से होने वाले नुकसान पर चर्चा

सामाजिक संस्था टीई फाउंडेशन की पहल

वृक्ष बंधु डॉक्टर परशुराम सिंह रहे मौजूद

 

चंदौली जिला के चकिया तहसील अंतर्गत सरैया गांव के एक निजी संस्थान के स्कूल में मंगलवार को पर्यावरण और शाकाहार विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें स्कूल के बच्चों को पर्यावरण प्रदूषण, मांसाहार, पॉलिथीन के उपयोग से मुक्ति के उपाय बताए गए।

  बताते चलें कि सामाजिक संस्था टीई फाउंडेशन द्वारा आयोजित सेमिनार में मुख्य अतिथि वृक्ष बंधु डॉक्टर परशुराम सिंह ने कहा कि बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण से बचाव का एकमात्र उपाय वृक्ष है, वृक्ष को लगाकर ही पर्यावरण प्रदूषण से मुक्ति पाया जा सकता है। पृथ्वी पर जितने अधिक वृक्ष होंगे उतना ही मानव जीवन सुरक्षित रहेगा। उन्होंने स्कूल के बच्चों से अपने-अपने हाथों से दो-दो पौधे लगाने तथा घर के सभी सदस्यों को पौधारोपित करने के लिए प्रेरित किया। 

वृक्ष बंधु परशुराम सिंह ने कहा कि पालथीन का प्रयोग मानव जीवन के लिए गहरा खतरा पैदा कर रहा है, उन्होंने पॉलिथीन के इस्तेमाल से बचने के लिए सबको जागरूक किया। उन्होंने कहा कि मांसाहार का प्रयोग करके मनुष्य विनाश की तरफ जा रहा है। उन्होंने स्कूल के बच्चों को मांसाहार से बचने का सलाह दिया। तथा घर के सदस्यों को भी मांसाहार छोड़कर शाकाहारी बनने के लिए टिप्स बताएं।

उन्होने कहा कि शाकाहारी फल-फूल, सब्जियां, साग का इस्तेमाल स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक है। वहीं मांसाहार का इस्तेमाल शरीर में तमाम प्रकार के रोग को जन्म देता है। शाकाहारी अपना कर व्यक्ति लंबा जीवन जी सकता है।

 इस अवसर पर फाउंडेशन के करुणेश पांडेय तथा विकास पांडेय सहित विद्यालय की तमाम बच्चे उपस्थित रहे।