बिहार से वाराणसी जा रहे गांजे की खेप को चकिया पुलिस ने पकड़ा,  बाइक सवार 2 शातिर तस्कर भी हुए गिरफ्तार

चंदौली की चकिया पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए बिहार से वाराणसी जा रहे बाइक सवार दो शातिर गांजा तस्करों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से ₹4 लाख कीमत का 16 किलोग्राम से अधिक अवैध गांजा बरामद किया गया है। तस्करों ने पूछताछ में एक संगठित गिरोह का खुलासा किया है, जो सस्ते में गांजा खरीदकर ऊँचे दामों पर बेचता था। पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुट गई है। इस बड़ी कामयाबी से क्षेत्र में अवैध तस्करी पर लगाम लगने की उम्मीद है।
 

चंदौली में गांजा तस्कर गिरोह का खुलासा


चकिया कोतवाली पुलिस ने बाइक सवार तस्करों को पकड़ा


दो गांजा तस्करों को चकिया पुलिस ने किया गिरफ्तार


₹4 लाख कीमत का 16 किलो अवैध गांजा बरामद

उत्तर प्रदेश के जनपद चंदौली में अवैध मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत, चकिया थाना पुलिस ने मंगलवार को एक बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने चेकिंग के दौरान एक बाइक पर सवार दो शातिर गांजा तस्करों को गिरफ्तार किया है, जिनके कब्जे से कुल 16.200 किलोग्राम अवैध गांजा बरामद हुआ है। बाजार में इस जब्त गांजे की अनुमानित कीमत लगभग चार लाख रुपये बताई जा रही है। पुलिस ने इस संबंध में एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत कर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।

मुखबिर की सूचना पर घेराबंदी
यह गिरफ्तारी बीते 08 दिसंबर की रात लगभग 08:10 बजे के करीब गांधी नगर क्षेत्र के समीप हुई। अलीनगर पुलिस को मुखबिर के माध्यम से सूचना मिली थी कि दो व्यक्ति बाइक के जरिए अवैध गांजे का एक बड़ा कंसाइनमेंट लेकर वाराणसी की ओर जा रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने तत्काल घेराबंदी की और संदिग्ध बाइक सवारों को रोक लिया। तलाशी लेने पर, उनकी बाइक पर रखे एक बोरे के अंदर से भारी मात्रा में अवैध गांजा जब्त किया गया। गांजे के अलावा, पुलिस ने उनके पास से दो ऐन्ड्रॉइड मोबाइल सेट भी बरामद किए हैं।

बिहार से वाराणसी था सप्लाई रूट
गिरफ्तार किए गए दोनों अभियुक्तों की पहचान बिहार राज्य के कैमूर जिले के चैनपुर थाना अंतर्गत सेमरा गांव निवासी अशोक कुमार यादव पुत्र पारस यादव और अवधेश राम पुत्र चिरौजी राम के रूप में हुई है। पूछताछ में तस्करों ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उन्होंने बताया कि वे तीन लोगों का एक संगठित गिरोह बनाकर यह तस्करी करते हैं। वे बिहार के अपने गांव सेमरा से सस्ते दामों पर गांजा खरीदते थे और फिर उसे मोटरसाइकिल से उत्तर प्रदेश के वाराणसी ले जाकर ऊँचे दामों पर बेचते थे। गांजा बिक्री से होने वाले मुनाफे को वे तीनों आपस में बराबर-बराबर बांट लिया करते थे।

संगठित गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश
गिरफ्तार तस्करों के बयानों से यह स्पष्ट होता है कि यह अवैध कारोबार एक सुनियोजित ढंग से चलाया जा रहा था, जिसमें मुनाफा कमाने के लिए संगठित गिरोह सक्रिय था। चकिया पुलिस ने तस्करों के विरुद्ध मु.अ.सं. 256/25 धारा 8/20/60 एनडीपीएस एक्ट के तहत अभियोग पंजीकृत किया है। पुलिस अब इस गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान और उनकी गिरफ्तारी की तैयारी में जुट गई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे इस रूट पर सक्रिय सभी मादक पदार्थ तस्करों के नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस गिरफ्तारी से बिहार से सटे यूपी के सीमावर्ती क्षेत्रों में अवैध गांजा तस्करी पर अंकुश लगाने में बड़ी मदद मिलेगी।