क्या ये बोर्ड कर रहे हैं आदर्श आचार संहिता का उलंघन या नहीं, आप खुद देखिए डीएम साहब
सीओ कार्यालय के पास लगा है बोर्ड
कई इलाकों में दिख रही हैं वाल राइटिंग
सरकारी योजनाओं के प्रचार प्रसार में लगी हैं नेताओं की तस्वीरें
चंदौली जनपद में निर्वाचन आयोग की आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद जिला प्रशासन ने चुनाव आयोग के निर्देश पर बैनर पोस्टर हटाने का कार्यक्रम शुरू तो किया लेकिन पूरे जनपद में इसके लिए अभियान नहीं चलाया जा सका। केवल एक दो जगहों पर फोटो खिंचवाने के लिए यह अभियान चलाया गया। इसी वजह से आप देख सकते हैं कि नेशनल हाईवे और कुछ सड़कों पर मुख्यमंत्री तथा सरकार के अन्य मंत्रियों के बोर्ड और फोटो दिखाई देंगे। इसके अलावा दूर दराज के इलाकों में दीवारों पर वॉल राइटिंग भी लिखी हुई है. जिससे सरकार की योजनाओं का प्रचार प्रसार हो रहा है। नियमानुसार ये सब आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है और इन सब चीजों की सफाई जिला प्रशासन की ओर से हो जानी थी।
कुछ ऐसा ही नजरा चंदौली जनपद के पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर के क्षेत्राधिकारी कार्यालय के ठीक सामने अलीनगर सकलडीहा मार्ग पर हो रहा है। जहां निर्वाचन आयोग के आदर्श आचार संहिता की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। वीडियो में आप देख सकते हैं कि आदर्श आचार संहिता लागू हुए लगभग एक सप्ताह बीतने वाला है उसके बावजूद भी लोक निर्माण विभाग द्वारा लगाए गए बोर्ड पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व निवर्तमान लोक निर्माण विभाग तथा उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का बोर्ड आज भी लगा हुआ है।
सबसे बड़ी बात है कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक सहित जिले के संबंधित अधिकारी सरकार के योजनाओं के बोर्ड को हटाने के लिए स्वयं सड़कों पर घूम रहे थेस लेकिन नगर पालिका मुगलसराय की सबसे बड़ी लापरवाही है कि अभी तक बोर्ड को नहीं हटाया गया। यही नहीं पुलिस विभाग भी इस कार्य में लगा हुआ था और क्षेत्राधिकारी कार्यालय के सामने सीधा दिखाई देने वाला बोर्ड अभी तक क्षेत्राधिकारी सहित उनके महकमे को दिखाई नहीं दिया है।
यह भी एक चर्चा का विषय बना हुआ है। पुलिस विभाग दूसरों को कानून की पाठ पढ़ाता है और खुद ही उसके कार्यालय के सामने ही इस तरह का बोर्ड लगा हुआ है यह आदर्श आचार संहिता का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है, लेकिन सत्ता पक्ष का बोर्ड होने के कारण इसे हटाने में खुद को असहज महसूस कर रहा है।
इस संबंध में क्षेत्राधिकारी पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर अनिरुद्ध सिंह ने बताया कि बोर्ड पर मुख्यमंत्री व मंत्री की फोटो की जानकारी नहीं है। तत्काल जानकारी लेकर उसे हटाने का निर्देश दिया जा रहा है।