चंदौली में 9 लोको पायलट सीबीआई हिरासत में, नकल कराकर परीक्षा पास कराने का बड़ा मामला

काली महल स्थित राज मैरिज लान से हुयी गिरफ्तारी
लोको पायलट प्रमोशन के लिए परीक्षा देने आए थे ये लोग
सीबीआई के अधिकारियों ने जांच पड़ताल के बाद की कार्रवाई
चंदौली जिले की मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के काली महाल स्थित राज मैरिज लान से सोमवार की देर रात 9 लोको पायलटों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। सभी लोको पायलटों को हिरासत में लेकर पुलिस थाने ले आई। थाने में लोको पायलटों से सीबीआई के अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं। मंगलवार को ही प्रमोशन के लिए परीक्षा होनी थी।
पुलिस सूत्रों की मानें तो लोको पायलट प्रमोशन के लिए परीक्षा देने आए थे। रेलवे के कार्मिक विभाग के एक बाबू ने सभी को लान में ठहराया था। आरोप है कि परीक्षा में नकल करा कर प्रमोशन दिलाने के एवज में रिश्वत ली गई थी। इसकी सूचना सीबीआई को हो गई थी। सीबीआई के अधिकारियों ने तत्काल कार्रवाई करते हुए सभी लोको पायलटों को हिरासत में लेने का निर्देश दिया।
मंगलवार को होनी है प्रमोशन की परीक्षा
कहा जा रहा है कि पूरे मामले में कई अधिकारियों की गर्दन भी फांसी हुई है। विभागीय जानकारी के अनुसार मुगलसराय के रेलवे इंटर कॉलेज में मंगलवार को लोको पायलट के लिए परीक्षा होनी है। इसके लिए लगभग दो माह पहले आवेदन किया गया था। परीक्षा पास करने के नाम पर डीडीयू मंडल के अधिकारियों एवं कर्मचारी की मिली भगत से लोको पायलट से लाखों रुपए की वसूली की गई थी, जिसके एवज में उन्हें सवाल बताने और उसे हल कराने का ठेका लिया गया था।
बताया जा रहा है कि मुगलसराय के काली महाल स्थित राज मैरिज लान से सोमवार की देर रात 9 लोको पायलटों को हिरासत में लेकर मामले की छानबीन कर रही है। पुलिस ने बताया कि राज मैरेज लान संचालन चुन्ना नामक व्यक्ति करता है। चुन्ना के मोबाइल फोन पर पीडीडीयू रेल मंडल मुख्यालय के कार्मिक विभाग के बाबू संजय मिश्र का फोन आया था। संजय ने कहा कि कुछ लोको पायलट प्रमोशन की परीक्षा देने के लिए आए हैं। उन्हें लान में रुकने की व्यवस्था करा देनी है।
कहा जा रहा है कि किसी सूत्र ने इसकी जानकारी सीबीआई को दे दी। जिसके बाद सीबीआई की टीम ने रेकी की। साथ कई जगहों पर सूत्रों की जानकारी का खंगालने के बाद मैरिज लान में पहुंची और सभी को पुलिस की मदद से दबोच लिया। आरोप है कि रिश्वत लेकर परीक्षा पास करा कर प्रमोशन कराया जा रहा था।
इसी सूचना पर मुगलसराय कोतवाल इंस्पेक्टर विजय बहादुर फोर्स के साथ पहुंचे और सभी 9 लोको पायलटों को हिरासत में ले लिया। हालांकि, इस पूरे मामले के पीछे वरीय मंडल कार्मिक अधिकारी सुरजीत कुमार की भूमिका भी संदेह के घेरे में आ गई है।