रेलवे के 2 अफसरों समेत 26 लोग अरेस्ट, सबको लखनऊ ले गयी CBI

रेलवे के विभागीय पदोन्नति परीक्षा में रिश्वतखोरी का मामला
सीबीआई ने दो अधिकारियों सहित 26 रेलकर्मियों को दबोचा
19 पदों की पदोन्नति के लिए होनी थी परीक्षा
काली महाल स्थित राज गार्डेन से जुड़ती गयी कड़ी
चंदौली जनपद के दीनदयाल उपाध्याय नगर जंक्शन के पूर्व मध्य रेल के मंडलीय कार्यालय सहित पूरी रात 35 जगहों पर छापेमारी करते हुए सीबीआई ने 2 अधिकारियों सहित 26 रेलकर्मियों को लिया हिरासत में लेते हुए लगभग एक करोड़ की मोटी रकम तथा दस्तावेज सिल करके ले गए हैं। पूरा मामला प्रमोशन परीक्षा प्रश्नपत्र लीक कराने से जुड़ा हुआ है। 19 पदों के लिए पदोन्नति परीक्षा होनी थी। सभी को सीबीआई लखनऊ ले गई है।

चंदौली जनपद के दीनदयाल उपाध्याय नगर जंक्शन के रेल मंडल में आज आयोजित होने वाले विभागीय पदोन्नति परीक्षा से पूर्व ही सीबीआई ने बीती देर रात एक साथ कई जगहों पर छापेमारी कर बड़े भ्रष्टाचार का पर्दाफाश किया है, जिसमें सीबीआई ने 3 उच्चाधिकारियों सहित ढाई दर्जन से अधिक रेलकर्मियों को हिरासत में लेकर पूछताछ किया है, जिसमें से दो अधिकारियों सहित कुल 26 रेलकर्मियों को हिरासत में लेते हुए लखनऊ ले गए।
डीडीयू रेल मंडल में कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों की मिली भगत से यह पूरा खेल चल रहा था। लोको पायलट के प्रमोशन की परीक्षा में आने वाले प्रश्नों की जानकारी मोटी रकम लेकर पहले ही दे दी गई थी।
विभागीय जानकारी के मुताबिक डीडीयू मण्डल में सीएलआई (मुख्य लोको निरीक्षक) के 19 पदों पर विभागीय पदोन्नति परीक्षा नगर के रेलवे इंटर कॉलेज में मंगलवार को आयोजित होनी थी। इसके लिए दो माह पहले आवेदन लिए गए थे। सूत्रों के अनुसार परीक्षा पास कराकर पदोन्नति कराये जाने की गारंटी पर डीडीयू मंडल के अधिकारियों और कर्मचारियों की मिली भगत से कई लोको पायलटों से लाखों रुपए की मोटी रकम वसूली गई थी। जिन्हें परीक्षा के एक दिन पूर्व ही सभी प्रश्नों को बताकर उसका उत्तर भी उन्हें याद कराना था। जिसके लिए लोको पायलटों को कई जगह अलग अलग बुलाया गया था, जहाँ प्रश्नपत्र देकर उन्हें उसका उत्तर बताकर पूरा रिहर्सल कराया जाना था।
कहा जा रहा है कि इसी बीच किसी प्रकार सीबीआई को इसकी भनक लग गई। जिसके बाद सोमवार पूरा दिन लखनऊ से आई सीबीआई की टीम द्वारा कई रेलकर्मियों से गोपनीय तरीके से जानकारी हासिल करने के बाद रात्रि करीब 10 बजे अचानक काली महाल स्थित राज गार्डेन में बाइक से पहुंच गई। बताया जा रहा है कि वहाँ 09 लोको पायलटों को ठहराया गया था। इसी बीच अलीनगर थाना और मुगलसराय कोतवाली सहित पीएसी को सीबीआई ने कुछ संदिग्ध के होने की सूचना देकर भारी संख्या में पुलिस बल को बुला लिया था। अचानक कालीमहाल में भारी पुलिस बल को देखकर लोग कुछ समझ पाते तभी सीबीआई की टीम ने राज गार्डेन में ठहराए गये 09 लोको पायलटों को हिरासत में ले लिया और कोतवाली ले आई।
कोतवाली लाने के बाद पूरी रात सीबीआई ने कुल 35 जगहों पर छापेमारी की। जिसमें ढाई दर्जन से अधिक रेलकर्मियों को हिरासत में लेकर पूछ ताछ किया गया। हिरासत में लिये गये रेलकर्मियों में तीन वरीय अधिकारी सहित उनके मातहत के भी कुछ अधिकारियों को हिरासत मेंलेकर पूछ ताछ कि गई। सीबीआई की टीम डीआरएम बिल्डिंग पूछताछ करने के बाद कल दो अधिकारियों सहित 26 रेल कर्मियों को अपने हिरासत में लेकर उनके साथ लगभग मिले एक करोड रुपए तथा कागजातों को सिल करते हुए लखनऊ के लिए पुलिस निकल गई। इस भ्रष्टाचार में कई अधिकारियों व कर्मचारियों की गिरफ्तारी की गई है। वहीं इस पूरे प्रकरण का मास्टरमाइंड किसी ठेकेदार के होने की बात भी सामने आ रही है। इस छापेमारी से रेल महकमें सहित रेलवे बोर्ड तक में हड़कम्प मचा हुआ है।
डीडीयू रेल मंडल में प्रमोशन में भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआई टीम तीन वरीय अधिकारियों से मंडल रेल कार्यालय सभागार में बीती रात से ही पूछताछ कर रही थी। अधिकारियों को सीबीआई टीम ने रात्रि 11 बजे पूछताछ के लिए उठा लिया था। सीबीआई की इस कार्रवाई से रेल मंडल से लेकर रेलवे बोर्ड तक हड़कंप मचा हुआ है वहीं अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए हैं। सीबीआई द्वारा हिरासत में लिए गए अधिकारियों में वरीय मंडल विद्युत अभियंता (ऑपरेशन) सुशांत पराशर व वरीय मंडल कार्मिक अधिकारी सुरजीत सिंह शामिल हैं।
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