ब्लॉक प्रमुख अरुण जायसवाल बोले- हां गुड्डू ने दी थी गोली मारने की धमकी, इसलिए लिखवा रहे थे बोर्ड पर अपना नाम
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चंदौली जिले के चहनिया ब्लॉक में ब्लॉक प्रमुख की कुर्सी पर कब्जा बरकरार रखने की कोशिश मौजूदा ब्लॉक प्रमुख के द्वारा की जा रही है तो वहीं विरोधी खेमे के द्वारा तख्ता पलटने की कोशिश फिलहाल सफल होती नहीं दिखाई दी।
 

झूठ बोलने में माहिर हैं उपेन्द्र सिंह गुड्डू

अपने क्षेत्र में काम कराने के लिए आगे आएं बीडीसी

जल्द बैठक करवा कर शुरू करेंगे क्षेत्र में विकास कार्य

योगी सरकार में गुंडई करने वालों की खैर नहीं

चंदौली जिले के चहनिया ब्लॉक में ब्लॉक प्रमुख की कुर्सी पर कब्जा बरकरार रखने की कोशिश मौजूदा ब्लॉक प्रमुख के द्वारा की जा रही है तो वहीं विरोधी खेमे के द्वारा तख्ता पलटने की कोशिश फिलहाल सफल होती नहीं दिखाई दी। पहले वाले प्रयास में विरोधियों को करारा झटका लगा था और डीएम से शिकायत के बाद भी कुछ नहीं हुआ क्योंकि 20 बीडीसी पलटीमार गए थे। अबकी बार प्रमुख के दो विरोधी एकजुट होकर अरुण जायसवाल को ब्लॉक प्रमुख की कुर्सी से हटाना चाहते हैं। इन्हीं सब बातों को लेकर चंदौली समाचार के साथ चहनिया विकासखंड के ब्लॉक प्रमुख अरुण कुमार जायसवाल ने बातचीत की।  आइए जानते हैं कि उन्होंने उपेंद्र सिंह गुड्डू के आरोपों पर किस तरह से सफाई दी और अपना आगे का प्लान भी विस्तार से बताया..


दी थी गोली मारने की धमकी


चंदौली समाचार से बातचीत के दौरान ब्लाक प्रमुख अरुण कुमार जायसवाल में उपेंद्र सिंह गुड्डू ने विधायक सुशील सिंह के सामने ही उनकी बात न मानने पर गोली मारने की बात कही गई थी और मामला तब का है जब उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का प्रयास असफल हो गया था और वह विधायक सुशील सिंह के पास मुलाकात करने के लिए गए थे। वहीं पर उपेंद्र सिंह गुड्डू मौजूद थे।  गुड्डू ने विधायक के सामने उनकी बात ना मानने पर गोली मारने की बात कही थी। उसी दौरान मैंने भी उनका जवाब दे दिया था और कहा था कि मैं झुकने वाला नहीं हूं। आपकी इस धमकी और दबाव में कोई गलत काम नहीं करूंगा। अगर समाज सेवा के चलते मुझे अपना बलिदान भी देना पड़े तो मंजूर रहेगा। उसके बाद से ही  गुड्डू से कोई बातचीत नहीं है।
 
किसी बीडीसी से नहीं की बात


बीडीसी सदस्यों द्वारा धमकाने का मुकदमा दर्ज कराए जाने के आरोप के बारे में अपनी सफाई देते हुए अरुण जायसवाल ने कहा कि उन्होंने किसी भी बीडीसी से किसी भी तरह का कोई संपर्क नहीं किया और  न ही अपने पक्ष में वोट देने के लिए दबाव बनाया। अगर इस बात को कोई साबित कर दे तो मैं सारे गुनाह कबूल करने को तैयार हूं। उपेंद्र सिंह गुड्डू झूठ बोलकर भौकाल बना रहे हैं। वह झूठ बोलने में माहिर हैं। झूठ बोलना उनके खून में है। बात-बात पर झूठ बोलकर पर शपथ खा लेते हैं।मैं किसी भी बीडीसी को अपने पक्ष में वोट करने के लिए या अपना समर्थन करने के लिए तब कभी भी दबाव नहीं बनाया। 

किस हैसियत से लिखवा रहे थे बोर्ड पर नाम


विकासखंड इलाके में लगे शिलापट्ट पर उपेंद्र सिंह गुड्डू के नाम पर आपत्ति जताते हुए उन्होंने कहा कि उपेंद्र सिंह गुड्डू काफी दिनों से अपनी मनमानी कर रहे हैं। जब भी कोई टेंडर होता था तो उनके ही आदमी टेंडर भरकर काम करते थे और उन पर वह अपनी मनमानी चलाते थे। बोर्ड को देखने से यह सिद्ध हो गया कि वह बीडीसी के हितों के लिए ही नहीं बल्कि अपने लिए काम करना चाहते थे। इसीलिए वह बीडीसी का नाम हटाकर अपना नाम शिलापट्ट पर लिखवा रहे थे। जब इस बात का विरोध किया गया तो वह अविश्वास प्रस्ताव लाने की कोशिश कर रहे हैं और बीडीसी लोगों को हमारे खिलाफ भड़काने की कोशिश कर रहे हैं।
 
कमीशनखोरी के आरोप गलत


अरुण जायसवाल ने कहा कि कमीशनखोरी और पैसे के लेनदेन के विवाद का कोई भी मुद्दा नहीं है। यह सारी बातें निराधार हैं। वह राजनीति में कमीशनखोरी और पैसा कमाने के लिए नहीं आए हैं, बल्कि सेवा के लिए आए हैं। चहानिया विकासखंड के 91 में से 75 गांव में उन्होंने बिना पक्षपात के कामकाज कराया है। आप 25 सालों के इतिहास को देखें तो पता चलेगा कि जितना काम उनके कार्यकाल में हुआ है, पिछले 25 साल में नहीं हुआ। अभी फिलहाल 19 गांव बाकी थे, जिनके लिए कार्य योजना बनाई जा रही थी और इसीलिए 4 जुलाई को बैठक आयोजित की गई थी। लेकिन  विकास के विरोधी समाजवादी पार्टी के गुंडों और कुछ अराजक तत्वों ने इसमें बाधा डालने की कोशिश की है। इसके बावजूद ही जल्द बीडीसी सदस्यों के साथ मुलाकात और बात करके नई तारीख तय की जाएगी और बैठक बुलाकर विकासखंड के कार्यों की योजना को पास करने की कोशिश की जाएगी।

सुशील सिंह लेते नहीं देते हैं पैसा


विधायक सुशील सिंह द्वारा चहनिया विकासखंड को अपने कब्जे में लेने की बात को उन्होंने एक सिरे से खारिज किया और कहा कि वह सुशील सिंह के उस प्रयास के आभारी हैं, जिसके जरिए उन्होंने उनको ब्लॉक प्रमुख बनवाया था। सकलडीहा विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी का विधायक ना होने के बावजूद भी उन्होंने न सिर्फ टिकट दिलवाने में मदद की थी, बल्कि जीत दिलाने की गारंटी भी ली थी और उनके प्रयास से ही उनको जीत मिली और आज वह ब्लॉक प्रमुख की कुर्सी पर मौजूद हैं। इसके लिए मैं हमेशा उनका आभारी रहूंगा। विधायक जी कभी भी किसी से एक पैसा भी नहीं लेते हैं, बल्कि अपने विधायक निधि का पैसा क्षेत्र पंचायत में खर्च करने के लिए देते हैं।
 
बीडीसी से अपील


बातचीत के दौरान ब्लाक प्रमुख अरूण जायसवाल ने कहा कि वह उपेंद्र सिंह गुड्डू से तो वह कुछ नहीं कहना चाहते, बल्कि अपने क्षेत्र के क्षेत्र पंचायत सदस्यों से जरूर अपील करना चाहते हैं कि अगर वे लोग अपने क्षेत्र का विकास चाहते हैं तो निडर होकर हमारे पास आएं और अपनी कार्य योजना प्रस्तुत करें। वह ईमानदारी के साथ उनके क्षेत्र में विकास कार्यों में पूरी तरह से सहयोग करेंगे। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार है, जहां पर कोई गुंडई नहीं चलेगी। गुंडो की जगह कहां है.. यह सब को मालूम है। सबको योगी सरकार पर भरोसा करना चाहिए और विकास कार्य में सहयोग के लिए आगे आना चाहिए।

सुनिए चंदौली समाचार से की गयी पूरी बातचीत.....